‘संविधान और वन अधिकार अधिनियम के खिलाफ’ MP में आदिवासी विस्थापन पर बवाल, उमंग सिंघार की चेतावनी से मचा हड़कंप

‘संविधान और वन अधिकार अधिनियम के खिलाफ’ MP में आदिवासी विस्थापन पर बवाल, उमंग सिंघार की चेतावनी से मचा हड़कंप


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Burhanpur News:विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने बुरहानपुर में 8,000 से अधिक आदिवासी परिवारों को बेदखल करने की कार्रवाई रोकने की मांग की है. उन्होंने इसे संविधान और वन अधिकार अधिनियम के खिलाफ बताया है.

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार

वसु चोरे/ बुरहानपुर. मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर बुरहानपुर जिले के लगभग 8,000 आदिवासी परिवारों को उनकी भूमि से बेदखल करने की कार्रवाई को तत्काल रोकने की मांग की है. अपने पत्र में सिंघार ने चेतावनी दी है कि यदि 15 दिनों के भीतर आदिवासियों से जुड़े प्रकरणों का निराकरण नहीं किया गया, तो वे प्रदेशव्यापी जन आंदोलन शुरू करेंगे.

ये है मांग
सिंघार ने पत्र में लिखा कि बुरहानपुर सहित प्रदेश के अन्य जिलों में आदिवासी समुदायों को वन भूमि, कृषि भूमि और उनके पारंपरिक निवास स्थानों से जबरन हटाया जा रहा है. यह स्थिति संविधान में दिए गए आदिवासी अधिकारों और वन अधिकार अधिनियम 2006 के खिलाफ है. उन्होंने सरकार को आग्रह किया कि इस प्रकार की कार्रवाइयों से सामाजिक असंतोष और आक्रोश बढ़ेगा.

सामाजिक असंतोष और आक्रोश बढ़ेगा
उन्होंने कहा कि कई जिलों में आदिवासियों के भूमि पट्टे अभी तक वैध रूप से जारी नहीं हुए हैं और जहां हुए भी हैं, वहां प्रशासनिक अमला उन्हें अमान्य करने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने इसे आदिवासी समाज के खिलाफ एक सुनियोजित साजिश करार दिया और कहा कि यह न सिर्फ उनके अधिकारों का हनन है, बल्कि मानवीय दृष्टिकोण से भी अमान्य है.

सिंघार ने चेतावनी देते हुए लिखा कि यदि सरकार ने 15 दिन के भीतर इस मामले में संवेदनशीलता नहीं दिखाई और समाधान नहीं किया, तो वे आंदोलन की राह पर उतरने को मजबूर होंगे. उन्होंने यह भी कहा कि इस मुद्दे को विधानसभा सत्र में प्रमुखता से उठाया जाएगा.

यह मामला अब राजनीतिक और सामाजिक रूप से अत्यंत संवेदनशील बन चुका है. विपक्ष इसे जन अधिकारों से जोड़कर देख रहा है, वहीं सरकार की ओर से अब तक कोई ठोस प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. आने वाले दिनों में यह मुद्दा प्रदेश की राजनीति में बड़ा मोड़ ला सकता है, विशेषकर आदिवासी बहुल इलाकों में.

Anuj Singh

Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digiatal), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked …और पढ़ें

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