बसपा जिला अध्यक्ष असगर सिद्दीकी।
डिंडौरी जिले में शनिवार को अधिकारियों-कर्मचारियों के ट्रांसफर को लेकर विवाद गहरा गया है। बसपा जिला अध्यक्ष असगर सिद्दीकी ने भाजपा नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों पर पैसे लेकर ट्रांसफर करवाने का आरोप लगाया है।
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शहपुरा के भाजपा विधायक ओमप्रकाश धुर्वे ने इस मामले में अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 1 से 31 मई तक ट्रांसफर की अनुमति दी थी। विभागों ने समय पर लिस्ट नहीं भेजी, जिससे डेट पहले 10 जून और फिर 17 जून तक बढ़ाई गई।
इस दौरान विभागीय अधिकारियों ने सेटिंग कर अधिकारी-कर्मचारियों के ट्रांसफर पास-पास के स्थानों में करवा लिए। दूरस्थ क्षेत्रों में कई पद खाली पड़े हैं। विधायक ने 18 जून को जारी संशोधन आदेश को गलत बताया है और कहा कि वे अगली बैठक में इस मुद्दे को उठाएंगे।
अल्प्राजोलम टेबलेट मामले में निलंबित फार्मासिस्ट को दोबारा मिली जिला अस्पताल में तैनाती
इधर, एक विवादास्पद मामला जिला अस्पताल की फार्मासिस्ट अभिलाषा मरकाम और ज्योति धुर्वे का है। वर्ष 2023 में अल्प्राजोलम टेबलेट में अनियमितता के चलते 2024 में उन्हें निलंबित कर शाहपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया था। अब 17 जून को उन्हें फिर जिला अस्पताल में ट्रांसफर कर दिया गया है। इससे पहले 2021 में भी किसलपुरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अनुपस्थित मिलने पर उन्हें अमरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अटैच किया गया था।