उदासीन आश्रम के महंत पुष्करानंद महाराज ने घोषणा की है कि आचार्य पुरूषोत्तम दास जी महाराज (रामलला सरकार) गुरु पूर्णिमा पर दीक्षा प्राप्त कर आश्रम का संचालन संभालेंगे। यह आश्रम की परंपरा के अनुसार किया जा रहा है।
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रामलला सरकार, जिन्होंने अब तक कई भविष्यवाणियां की हैं, का दावा है कि उनकी 99 प्रतिशत भविष्यवाणियां सत्य साबित हुई हैं। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि सनातनी कहलाने वाले राजनेताओं को गोमाता को राष्ट्र माता का दर्जा देना चाहिए। साथ ही रामचरित मानस को राष्ट्रीय सद्ग्रंथ के रूप में स्थापित किया जाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि अदृश्य शक्तियों और साधना के माध्यम से भूतकाल, वर्तमान और भविष्य की घटनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। हालांकि इसके लिए साधक का उच्च कोटि का होना आवश्यक है।
अक्टूबर में होगी 5 दिवसीय रामकथा रामलला सरकार ने आगामी कार्यक्रमों की भी जानकारी दी। अक्टूबर में 5 दिवसीय रामकथा और दो दिवसीय महादरबार का आयोजन प्रस्तावित है। इस कार्यक्रम में 10 लाख से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है। कार्यक्रम की तिथि जल्द ही घोषित की जाएगी।