बुमराह पर इतने डिपेंड हैं कि कमर ही तोड़ देंगे! जैसे 90s का सचिन… जसप्रीत को साथ ना मिलने पर भड़के फैंस

बुमराह पर इतने डिपेंड हैं कि कमर ही तोड़ देंगे! जैसे 90s का सचिन… जसप्रीत को साथ ना मिलने पर भड़के फैंस


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IND vs ENG 1st Test: भारत ने पहले टेस्ट के पहले दिन इंग्लैंड पर दबदबा बनाया लेकिन दूसरे दिन मेजबान टीम ने वापसी कर ली. अब मैच बराबरी पर खड़ा है तीसरा दिन निर्णायक साबित हो सकता है.

जसप्रीत बुमराह ने मैच के दूसरे दिन इंग्लैंड के तीन विकेट झटके.

हाइलाइट्स

  • इंग्लैंड ने पहले टेस्ट के दूसरे दिन वापसी की.
  • भारत ने अपनी पहली पारी में 471 रन बनाए.
  • इंग्लैंड ने 3 विकेट पर 209 रन बनाकर दिया जवाब.

IND vs ENG 1st Test: भारत ने इंग्लैंड पर पहले टेस्ट के पहले दिन दबदबा बनाया लेकिन दूसरे दिन उसे वापसी का मौका भी दे दिया. हेडिंग्ले में खेले जा रहे इस मैच में भारत ने अपनी पहली पारी में 471 रन बनाए हैं. इंग्लैंड ने इसके जवाब में 3 विकेट पर 209 रन बना लिए हैं. इंग्लैंड के तीनों विकेट जसप्रीत बुमराह ने लिए हैं. अगर फील्डरों ने कैच नहीं छोड़े होते या बुमराह को दूसरे गेंदबाजों का साथ मिला होता तो इंग्लैंड ज्यादा विकेट खो चुका होता. बुमराह पर इस निर्भरता ने भारतीय टीम और फैंस की चिंता बढ़ा दी है. कुछ फैंस को तो 1990 का दशक याद आ रहा है जब भारतीय टीम की बैटिंग सचिन तेंदुलकर पर निर्भर हुआ करती थी.

जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले ही ओवर में विकेट लिया. उन्होंने एक बेहतरीन आउटस्विंग र पर जैक क्राउली को चलता किया. इसके थोड़ी ही देर बाद बेन डकेट भी आउट हो सकते थे लेकिन पहले यशस्वी जायसवाल और फिर रवींद्र जडेजा ने उनका कैच छोड़ दिया. ये दोनों ही मौके जसप्रीत बुमराह की गेंद पर बने थे. बुमराह को जब फील्डरों का साथ नहीं मिला तो उन्होंने बेन डकेट को क्लीन बोल्ड मार दिया. हालांकि, तब तक डकेट 62 रन बना चुके थे. जसप्रीत बुमराह ने इसके बाद जो रूट (28) को भी आउट किया.

जसप्रीत बुमराह ने 13 ओवर के स्पेल में 48 रन देकर तीन विकेट झटके. बाकी गेंदबाजों ने 36 ओवर गेंदबाजी की लेकिन एक भी विकेट नहीं ले सके. एक्सपर्ट से लेकर आम क्रिकेटप्रेमी तक इस बात को लेकर चिंतित है. दिनेश कार्तिक ने कहा कि यह सही है कि बुमराह जब भी आते हैं, भारत को विकेट दिलाते हैं. लेकिन उनका इस्तेमाल संभालकर करने की जरूरत है. ऐसा ना हो उन पर ज्यादा प्रेशर बनाना भारी पड़ जाए.

एक यूजर ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘साल 2023 के बाद बुमराह पर भारत की निर्भरता वैसी ही हो गई है जैसी 1990 के दशक में बैटिंग के लिए सचिन तेंदुलकर पर थी.’



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