मुरैना के शासकीय मॉडल स्कूल के सामने स्ट्रीट लाइट का खंभा लगाने के दौरान एक मजदूर की मौत के मामले में नया खुलासा हुआ है। नगर निगम की ठेकेदार कंपनी मैसर्स शीतल इंटरप्राइजेज ने जिस बिजली लाइन के नीचे काम किया, उसका परमिट नहीं लिया था।
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कंपनी ने बिना परमिट किया था काम
बिजली कंपनी के प्रबंधक अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि नगर निगम ने केवल 11 केवी विवेकानंद फीडर और गणेशपुरा फीडर पर काम करने का परमिट मांगा था। कंपनी ने सुबह 11 से शाम 4 बजे तक का परमिट दिया था। लेकिन ठेकेदार कंपनी ने बिना परमिट कब्रिस्तान फीडर की लाइन के नीचे काम शुरू कर दिया।
मॉडल स्कूल के सामने स्ट्रीट लाइट का खंभा लगाने के दौरान हादसा हुआ था।
पोल को सीधा करते समय लगा करंट
हादसे के समय स्ट्रीट लाइट का पोल हाइड्रा से उठाया जा रहा था। पोल को सीधा करते समय वह सरककर चालू 11 केवी लाइन पर टिक गया, जिससे उसमें करंट आ गया। पोल को नीचे से पकड़े धर्मेंद्र गुर्जर और बलदाऊ सोनी करंट की चपेट में आ गए। धर्मेंद्र की मौके पर मौत हो गई, जबकि बलदाऊ गंभीर रूप से घायल हो गया।
