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MP Monsoon Visit Place: मध्य प्रदेश के खरगोन से लगे मांडू को यूं ही महलों की नगरी नहीं कहते. यहां कदम-कदम पर इतिहास, प्यार की कहानियां और खूब सारी हरियाली बिखरी है. अगर आपको एमपी में जन्नत देखना है तो मानसून सीजन में यहां जरूर आएं और ये 10 जगहें मिस मत करना.
जहाज महल मांडू की खूबसूरती में चार चांद लगाता है. ये दो झीलों के बीच में बना हुआ है, इसलिए दूर से देखने पर ऐसा लगता है, जैसे कोई बड़ा जहाज पानी में खड़ा हो. बारिश में ये महल और भी सुंदर लगने लगता है, क्योंकि चारों तरफ झीलों में पानी लबालब भर जाता है. महल की परछाई उसमें दिखती है.

रानी रूपमती का महल ऊंचे पहाड़ पर बना हुआ है. यहां से 50 km दूर नर्मदा नदी साफ-साफ दिखती है. बारिश में जब बादल नीचे घाटियों में उतर जाते हैं और चारों तरफ हरियाली छा जाती है, तो ऐसा लगता है जैसे आप बादलों के ऊपर खड़े हो. रानी रूपमती रोज यहां से नर्मदा को देखती थीं, इसलिए ये जगह उनकी याद में बनी हुई है.

बाजबहादुर का महल रानी रूपमती के महल के पास ही है. बाज बहादुर एक शासक थे, जो संगीत और कला को बहुत पसंद करते थे. कहा जाता है कि यहीं उन्होंने पहली बार रानी रूपमती की आवाज सुनी थी. फिर दोनों की प्रेम कहानी शुरू हुई थी. ये महल थोड़ा खुला-खुला है, यानी अंदर घुसते ही एक बड़ा सा आंगन नजर आता है. चारों तरफ ऊंची दीवारें हैं. बारिश में ये महल बहुत शांत और ठंडा हो जाता है.

हिंडोला महल को देखने पर लगता है कि जैसे ये झूले की तरह झुका हुआ है. इसकी दीवारें अंदर की तरफ झुकी हुई हैं, जो इसे खास बनाती हैं, इसलिए इसका नाम हिंडोला महल पड़ा. ये महल थोड़ा छोटा है, लेकिन इसकी बनावट पर्यटकों को आकर्षित करती है. यहां फोटो खिंचवाने वाले भी खूब आते हैं, क्योंकि इसका बैकग्राउंड बहुत शानदार लगता है.

मांडवगढ़ किला मांडू का सबसे ऊंचा और सबसे बड़ा हिस्सा है. यहां ऊपर से दिखाई देने वाला नजारा किसी जन्नत से कम नहीं है. बरसात में ये किला कोहरे में छिपा रहता है. जैसे-जैसे बादल हटते हैं, वैसे-वैसे इसकी झलक दिखती है. इस किले के अंदर घुसते ही लगता है कि आप किसी पुराने जमाने में आ गए हों, जहां राजा-महाराजा रहते थे.

नीलकंड महादेव मंदिर थोड़ा दूर और पहाड़ी इलाके में है. खास बात ये है कि ये गुफा जैसे एक पत्थर के अंदर बना हुआ है. मानसून में यहां आसपास झरने गिरते हैं और खूब हरियाली हो जाती है. इस जगह पर बहुत शांति होती है. अगर कोई भीड़-भाड़ से दूर जाकर मन को सुकून देना चाहता है तो ये मंदिर एकदम सही जगह है.

रेवाज तालाब मांडू की एक बड़ी झील है, जो बारिश में पूरी तरह भर जाती है. जब आसपास के महल इस झील में झलकते हैं, तो लगता है जैसे पूरा मांडू पानी में तैर रहा हो. इस झील के किनारे बैठकर लोग चाय पीते हैं, बारिश का आनंद लेते हैं. सुबह या शाम के वक्त यहां की ठंडी हवा और शांति अलग ही अनुभूति देती है.

मांडू का इको प्वाइंट एक छोटी सी ऊंची जगह है, जहां आप कुछ भी बोलो, तो उसकी आवाज वापस सुनाई देती है. बच्चे और युवा यहां आकर खूब मस्ती करते हैं. बारिश में यहां का कोहरा और चारों तरफ फैली हरियाली इस जगह को और भी मजेदार बना देती है. कुछ लोग यहां आकर गाना गाते हैं या किसी का नाम लेकर चिल्लाते हैं और जब वो आवाज गूंजकर वापस आती है, तो चेहरे पर मुस्कान खुद-ब-खुद आ जाती है.

अशर्फी महल अधूरा रह गया था, लेकिन इसकी छत से मांडू का नजारा बहुत साफ दिखता है. यहां चढ़कर चारों तरफ की हरियाली, झीलें और दूसरे महल दिखते हैं. बारिश में जब सब कुछ हरा-भरा होता है और बादल नीचे उतर आते हैं, तो यहां से दिखने वाला दृश्य बहुत सुंदर लगता है. फोटोग्राफी और वीडियो शूट के लिए ये जगह बहुत बढ़िया है.

जलमहल झील के एक बीच में बनी हुई बेहद ही खूबसूरत जगह है. थोड़ा पैदल चलकर वहां पहुंचा जाता है. बरसात में जब झील का पानी बढ़ जाता है और महल के चारों तरफ सिर्फ पानी होता है, तो ये जगह किसी फिल्मी सीन जैसी लगती है. यहां बैठकर बारिश की बूंदों की आवाज और चारों तरफ फैली हरियाली दिल को बहुत सुकून देती है.