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Mandsaur News: सरपंच दीपक मालवीय पर आरोप है कि उन्होंने गोबर खाद बेचने के बाद मिली रकम को संबंधित खाते में जमा नहीं किया. वहीं सरपंच ने खुद पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया है.
आनंद सागर गौलोक धाम कुरावन में है.
मंदसौर. बिहार में हुए चारा घोटाले की चर्चा आपने कई बार सुनी होगी लेकिन अब मध्य प्रदेश के मंदसौर की एक गौशाला में गायों के गोबर खाद का कथित घोटाला सामने आया है. सरपंच पर आरोप है कि उन्होंने खाद को नीलाम करने के बाद मिली रकम को एक साल बाद तक पंचायत द्वारा संचालित गौशाला के संबंधित खाते में जमा नहीं किया. इस मामले का खुलासा भी तब हुआ, जब एक अज्ञात व्यक्ति ने गरोठ जनपद के सीईओ को फोन कर इसकी शिकायत की. जांच हुई, तो मामला सामने आया. इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं. पंचायत इंस्पेक्टर इसकी जांच करेंगे.
पंचायत इंस्पेक्टर करेंगे जांच
मामले का खुलासा तब हुआ, जब गरोठ जनपद के सीईओ धर्मेंद्र यादव को किसी अनजान शख्स ने फोन कर शिकायत की. इसके बाद उन्होंने पंचायत इंस्पेक्टर को जांच के निर्देश दिए. इस मामले में सीईओ धर्मेंद्र यादव का कहना है कि जांच पूरी करवाकर उच्च अधिकारियों के समक्ष जांच रिपोर्ट पेश की जाएगी. जिसके बाद उच्च अधिकारी ही नियमानुसार कार्रवाई करेंगे. वहीं सरपंच दीपक मालवीय का कहना है कि उनपर लग रहे आरोप निराधार हैं. हम सब गांव वाले मिलकर अच्छे से गौशाला का संचालन कर रहे हैं. उनके पास सभी रिकॉर्ड हैं. वह केस बुक मेंटेन कर रहे हैं. गांव वालों की तरफ से दान राशि आदि मिलती आ रही है और इसी वजह से ही यह गौशाला अच्छे से संचालित हो रही है.