जहां सीएम मोहन यादव ने आम नहीं, अपनापन बांटा – मांओं की बात, बच्चों को सिखाया सपने देखना

जहां सीएम मोहन यादव ने आम नहीं, अपनापन बांटा – मांओं की बात, बच्चों को सिखाया सपने देखना


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Narmadapuram News : नर्मदापुरम जिले के पचमढ़ी प्रवास से लौटते समय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का काफिला बारिआम गांव में रुका. यहां सड़क किनारे टोकरी में आम बेच रही महिलाओं से उन्होंने आत्मीय संवाद किया, आम खरीदे …और पढ़ें

CM मोहन यादव बच्‍चों से मिले और खूब दुलार किया.

शैलेन्द्र कौरव
नर्मदापुरम. 
रविवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जब नर्मदापुरम जिले के पचमढ़ी प्रवास से लौट रहे थे, तो रास्ते में कुछ ऐसा हुआ जिसने उनके सरल और मानवीय व्यक्तित्व की झलक सबको दिखाई. पचमढ़ी से लौटते समय बारिआम गांव के पास सड़क किनारे कुछ महिलाएं टोकरी में आम बेच रही थीं. मुख्यमंत्री ने अचानक काफिला रुकवाया और इन महिलाओं से संवाद शुरू किया. इस मुलाकात में न कोई मंच था, न कोई औपचारिकता-बस सीधे संवाद, अपनापन और सादगी थी.

डॉ. यादव ने सबसे पहले महिलाओं से पूछा – “रोज कितने के आम बिक जाते हैं?” एक महिला श्रीमती बसंती टेकाम ने मुस्कराकर जवाब दिया – “सर, सुबह से शाम तक 400 से 500 रुपये के आम बिक जाते हैं.” मुख्यमंत्री ने मुस्कराते हुए कहा – “अच्छा, अच्छा. मेहनत रंग लाती है.” इसी दौरान उन्होंने बसंती की बेटी को देखा और पूछा – “बिटिया स्कूल जाती है?” महिला ने बताया कि वह सीएम राइज स्कूल में पढ़ती है. इस पर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा – “अब उसका नाम सांदीपनि विद्यालय हो गया है.” यह सुनकर महिला और आसपास खड़े लोग भी मुस्कराए.





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