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Rewa News: कुल्फी जमाने के लिए फ्रिज का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. रीवा में जगह-जगह आपको इसके ठेले दिख जाएंगे. इस लाजवाब कुल्फी का स्वाद चखने के लिए आपको सिर्फ 10 रुपये खर्च करने होंगे.
रीवा. जोरदार गर्मी और कड़ाके की धूप की शुरुआत अप्रैल महीने में ही हो जाती है लेकिन मानसून की बारिश के साथ उमस वाली गर्मी के दिनों में राहत की ठंडक अगर मिल जाए, तो मन खुश हो जाता है. यह ठंडक मध्य प्रदेश के रीवा में देसी फ्रिज यानी मटके की कुल्फी वाले दे रहे हैं. रीवा में आपको जगह-जगह ऐसे ठेले वाले मिल जाएंगे, जो आपको इस उमस भरी गर्मी के मौसम में देसी मटका की कुल्फी के साथ काजू और बादाम का जायकेदार शेक भी पिलाएंगे. इस कुल्फी को आप देसी आइसक्रीम कह सकते हैं. देसी फ्रिज में दूध, शक्कर और खोया से बनी यह कुल्फी ब्रांडेड कंपनियों की आइसक्रीम को भी टक्कर दे रही है. खास बात यह है कि इस आइसक्रीम में किसी भी प्रकार के केमिकल का उपयोग नहीं होता है, इसलिए यह स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक नहीं है और गर्मी के दिनों में राहत भी देती है.
कुल्फी बनाने में फ्रिज का इस्तेमाल नहीं
दिलचस्प बात यह है कि इस कुल्फी को बनाने की प्रक्रिया में फ्रिज का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. शहर के लोग इस देसी मटका की कुल्फी का खूब आनंद उठाते हैं. यह कुल्फी किसी भी ठेले पर आपको 10 रुपये में आसानी से मिल जाएगी. वहीं काजू और बादाम शेक शुद्ध दूध से बनाया जाता है. जैसा कि नाम से पता चल रहा है कि काजू शेक में काजू डाला जाता है जबकि बादाम शेक में बादाम डालकर कांच की शीशियों में ठंडा होने के लिए रख दिया जाता है.