मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार मंगलवार को एक दिवसीय दौरे पर जबलपुर पहुंचे। रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर उन्होंने कहा कि महाकौशल कांग्रेस और आदिवासियों का अभेद्य किला है, जिसे भाजपा कभी ढहा नहीं सकती।
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उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि भाजपा को आदिवासी समाज और रानी दुर्गावती की याद सिर्फ चुनाव के समय आती है। भाजपा उनके नाम पर केवल वोट मांगती है, जबकि जमीन पर कुछ नहीं करती। उन्होंने सवाल किया कि भाजपा ने अब तक महाकौशल के लिए क्या किया है? यहां की हालत बद से बदतर होती जा रही है। सरकार बताए कि आदिवासी क्षेत्रों में कितना विकास किया गया, कितना पैसा खर्च हुआ?
उन्होंने आरोप लगाया कि आदिवासी अंचलों में जल जीवन मिशन की स्थिति बेहद खराब है। उन्होंने सवाल उठाया कि महाकौशल में उद्योग कब आएंगे? भाजपा ने कभी भी इस क्षेत्र के साथ न्याय नहीं किया। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा सत्र में विपक्ष इन सभी मुद्दों पर सरकार को घेरेगा।
धान के समर्थन मूल्य पर सरकार को घेरा
जबलपुर में मीडिया से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने धान के समर्थन मूल्य को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय भाजपा ने जो वादे किए थे, उन्हें पूरा करें। मुख्यमंत्री मोहन यादव आज रानी दुर्गावती की समाधि स्थल पर जा रहे हैं, ऐसे मौके पर उन्हें किसानों के हित में धान का समर्थन मूल्य ₹3100 प्रति क्विंटल करने की घोषणा करनी चाहिए।
अपराध और कानून-व्यवस्था पर भी उठाए सवाल
भोपाल में हाल ही में डीजीपी के अपराध की समीक्षा बैठक को लेकर भी उमंग सिंघार ने सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब राजधानी भोपाल में ही बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, तब डीजीपी की बैठक का क्या मतलब है? उन्होंने सवाल किया कि मुख्यमंत्री बताएं कि आखिर प्रदेश में बहनों-बेटियों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी? पुलिस विभाग को चुस्त-दुरुस्त कब किया जाएगा?
उन्होंने कहा कि जिन जिलों में अक्षम पुलिस अधिकारी तैनात हैं, उन्हें तुरंत फील्ड से हटाकर पीएचक्यू भेजा जाए, क्योंकि जब तक ऐसे अधिकारी तैनात रहेंगे, तब तक प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं होंगी।
खाद की किल्लत और कालाबाजारी का आरोप
नेता प्रतिपक्ष ने खाद की समय पर व्यवस्था न होने पर भी सरकार को घेरा। उन्होंने भाजपा नेताओं पर खाद की कालाबाजारी करवाने का आरोप लगाया और कहा कि अगर सरकार के पास पर्याप्त खाद का स्टॉक है तो उसका वितरण पंचायत स्तर से सुनिश्चित किया जाए, तभी कालाबाजारी रुकेगी।
बताया गया कि उमंग सिंघार मंगलवार को दमोह जिले के सिंगरामपुर जाने के लिए जबलपुर पहुंचे थे। वे रानी दुर्गावती बलिदान दिवस के कार्यक्रम में भी शामिल हुए।