विदिशा में आचार्य विद्यासागर की प्रतिमा का स्वागत: जैन समाज ने निकाली शोभायात्रा, 30 जून को होगी स्थायी स्थापना – Vidisha News

विदिशा में आचार्य विद्यासागर की प्रतिमा का स्वागत:  जैन समाज ने निकाली शोभायात्रा, 30 जून को होगी स्थायी स्थापना – Vidisha News


संत शिरोमणि आचार्य 108 विद्यासागर जी महामुनिराज की संगमरमर से निर्मित प्रतिमा जयपुर से विदिशा लाई गई। प्रतिमा के आगमन पर मंगलवार को भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें जैन समाज के श्रद्धालु बड़ी संख्या में शामिल हुए।

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शोभायात्रा की शुरुआत डंडापुरा स्थित गुलाब वाटिका से मुनिश्री विमल सागर जी और मुनिश्री अनंत सागर जी के सान्निध्य में हुई। यात्रा वड़ाबाजार, तिलक चौक, माधवगंज, खरी फाटक होते हुए अरिहंत विहार स्थित श्री 1008 पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर पहुंची।

भक्ति भाव से शामिल हुए श्रद्धालु शोभायात्रा में जैन समाज के महिला मंडल, नवयुवक मंडल, पाठशाला के बच्चे और बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। आचार्य श्री के भजनों से पूरा मार्ग भक्ति से गुंजायमान हो गया। पांच ऑटो पर विद्यासागर महाराज के बड़े-बड़े कटआउट लगाए गए थे। कई स्थानों पर श्रद्धालुओं ने प्रतिमा की आरती उतारी।

अरिहंत विहार में सभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री विमल सागर जी ने कहा, “संत इस धरती पर कई हुए, लेकिन आचार्य श्री विद्यासागर जी जैसे युगपुरुष अब दुर्लभ हैं।”

30 जून को दीक्षा दिवस पर होगी स्थायी स्थापना जैन समाज के प्रवक्ता अविनाश जैन ने बताया कि प्रतिमा को फिलहाल अरिहंत विहार स्थित विद्यासागर सभागृह में अस्थायी रूप से विराजमान किया गया है। 30 जून को आचार्य श्री के दीक्षा दिवस पर भव्य समारोह में प्रतिमा को ध्यान केंद्र में स्थापित किया जाएगा।

इस आयोजन में सकल दिगंबर जैन समाज के सभी प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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