ग्वालियर के बिल्डर लोकेन्द्र के कहने पर ही सोनम का बैग जलाया गया था।
इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक नए किरदार लोकेंद्र सिंह तोमर की एंट्री हुई है। इस पर आरोप है कि उसने सोनम के काले रंग के बैग को जलवाने के लिए प्रॉपर्टी कारोबारी शिलोम जेम्स से कहा था।
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बैग तो जला दिया गया, लेकिन उसमें रखे 5 लाख रुपए और पिस्टल नहीं मिली है। पुलिस को शक है कि राजा और सोनम के मोबाइल का राज भी लोकेंद्र ही जानता है।
ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने लोकेंद्र को सोमवार दोपहर गांधी नगर स्थित एमके प्लाजा के फ्लैट नंबर-105 से हिरासत में लिया है। इसके बाद शिलॉन्ग और इंदौर पुलिस भी ग्वालियर पहुंच गई। मंगलवार को शिलॉन्ग पुलिस लोकेंद्र को अपने साथ ले जाएगी।
बता दें, लोकेंद्र मूलत: ग्वालियर का बिल्डर है। पिछले कुछ साल से उसने अपना पूरा कारोबार इंदौर में शिफ्ट कर लिया है। जिस देवास नाका बिल्डिंग में राजा की हत्या के बाद सोनम ठहरी थी वह लोकेंद्र की है। उसने शिलोम जेम्स को किराए पर दिया था।
लोकेंद्र के फ्लैट की एसआईटी ने सोमवार रात में तलाशी ली है।
क्राइम ब्रांच ने SIT के इनपुट पर लोकेंद्र को पकड़ा राजा रघुवंशी हत्याकांड मामले में लोकेंद्र तोमर के नाम का खुलासा प्रॉपर्टी कारोबारी शिलोम जेम्स ने एसआईटी (स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम) की पूछताछ के दौरान किया था। ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने एसआईटी से मिले इनपुट के बाद लोकेंद्र को ग्वालियर में उसके फ्लैट से हिरासत में ले लिया है।
इससे पहले रविवार को इंदौर के हीराबाग कॉलोनी में भी एसआईटी ने लोकेंद्र को हिरासत में लेने के लिए दबिश दी थी लेकिन वह नहीं मिला था। दो दिन पहले लोकेंद्र अपने ग्वालियर स्थित फ्लैट पर पहुंचा था। अपार्टमेंट के गार्ड राजेंद्र सिंह ने बताया कि 10 दिन पहले भी लोकेंद्र साहब अपने फ्लैट पर आए थे।
बैग में रखी पिस्टल, मोबाइल व कैश कहां है? हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी के कुछ अफसर सोमवार रात ग्वालियर पहुंच गए। एसआईटी की एक और टीम भी आएगी। एसआईटी के अफसरों ने शहर के एक थाने में लोकेंद्र से बैग के अंदर के सामान के बारे में पूछताछ की है। एसआईटी को सोनम-राजा के मोबाइल, बैग में रखा कैश, पिस्टल और कुछ दस्तावेज के बारे में एक-एक डिटेल्स चाहिए। इस बीच रात को एसआईटी ने बिल्डर के फ्लैट की तलाशी भी ली है।

चौकीदार राजेंद्र ने बताया कि लोकेंद्र सिंह 10 दिन पहले आए थे। फिर चले भी गए थे।
चौकीदार बोला- साहब को चार लोग ले गए एनके प्लाजा बिल्डिंग में रहने वाले चौकीदार राजेंद्र ने बताया कि लोकेंद्र सिंह तोमर 10 दिन पहले भी ग्वालियर स्थित अपने इस फ्लैट में अकेले आए थे। वह जिसके बाद वह वापस चले गए थे।
वहीं, बिल्डिंग रहवासी के मुताबिक लोकेंद्र शुरुआत से ही ग्वालियर स्थित इस फ्लैट में अपने पिता, पत्नी के साथ रहता था लेकिन व्यापार के सिलसिले से वह इंदौर शिफ्ट हो गया था।
लोकेंद्र अपने काम को काफी तवज्जो दिया करता था। यही वजह है कि काम के कारण ही वह परमानेंट इंदौर शिफ्ट हो रहा था। लेकिन, बीच बीच में वह अपने ग्वालियर स्थित फ्लैट पर भी आया करता था।
सेना से रिटायर्ड हैं लोकेंद्र के पिता पड़ोसियों से पता लगा है कि बिल्डर लोकेंद्र सिंह तोमर के पिता सुरेश सिंह तोमर सेना से लांस नायक के पद से रिटायर्ड हैं। वह ग्वालियर के बहोड़ापुर में रहते हैं। लोकेन्द्र के बारे में पता लगा है कि उसने अपने करियर की शुरुआत एक टेलीकॉम कंपनी में कर्मचारी के रूप में की थी, लेकिन उसके बाद उसने प्रॉपर्टी डीलिंग शुरू की और फिर काम में ऐसा चमका कि बिल्डिंग बनाने लगा और ग्वालियर के अलावा इंदौर में भी कदम जमा लिए थे। 3 साल पहले उसने नई सफारी कार खरीदी थी। उसके पास से तीन से चार लग्जरी कार थीं।

इंदौर में सोनम का बैग जलाया गया था।
लोकेंद्र के कहने पर ही जलाया था सोनम का बैग ऐसा पता लगा है कि लोकेंद्र तोमर के कहने पर ही शिलोम जेम्स ने सोनम का बैग जलाया था। इसकी पुष्टि प्रॉपर्टी डीलर शिलोम जेम्स के मोबाइल में मिली चैट से हुई है। शिलोम जेम्स ने पूछताछ में बताया है कि जिस बिल्डिंग में सोनम ठहरी थी, उसे तीन लाख रुपए प्रति माह किराए पर लिया था। वहां अलग-अलग किराएदारों को ठहराते थे।
उसी के तहत सोनम को भी फ्लैट दिया था। सोनम की गिरफ्तारी के बाद लोकेंद्र ने शिलोम पर दबाव बनाया था कि फ्लैट से तुरंत बैग हटाकर उसे जला दिया जाए। उसी बैग में राजा और सोनम के मोबाइल फोन सहित कई अहम सबूत थे। अब इन्हीं सबूत का पता लगाने लोकेंद्र को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
मंगलवार को ट्रांजिट वारंट पर ले जाएगी एसआईटी ग्वालियर एसएसपी धर्मवीर सिंह ने दैनिक भास्कर को बताया कि हमने शिलॉन्ग पुलिस के इनपुट पर सिर्फ लोकेंद्र को निगरानी में लिया है। शिलॉन्ग पुलिस आने वाली है। मंगलवार को लोकेंद्र को कोर्ट में पेश किया जाएगा और कोर्ट से शिलॉन्ग पुलिस उसे ट्रांजिट वारंट पर अपने साथ ले जाएगी।
राजा मर्डर केस की टाइमलाइन


मामले से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… जिस फ्लैट में रुकी सोनम, उसका मालिक सामने आया

ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या करने के बाद पत्नी सोनम रघुवंशी इंदौर आई थी। वह यहां 26 मई से 7 जून तक रुकी थी। इस दौरान वह 26 से 29 मई तक स्कीम 114 में एक होटल में ठहरी थी। 30 मई से 7 जून तक इसी इलाके की एक बिल्डिंग में फ्लैट में रुकी। यह बिल्डिंग ग्वालियर निवासी लोकेंद्र सिंह तोमर की है। पढ़ें पूरी खबर…
सोनम को यूपी ले गए ड्राइवर से पूछताछ

इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी मर्डर केस में आरोपी सोनम जिस टैक्सी से इंदौर से उत्तर प्रदेश के गाजीपुर पहुंची थी, उसके ड्राइवर तक पुलिस पहुंच गई है। शिलॉन्ग पुलिस की एक टीम ने गुरुवार को टैक्सी ड्राइवर से एक घंटे तक पूछताछ की है। पढ़ें पूरी खबर…