काहे का महान…ऐसी उम्मीद तो नहीं थी बुमराह, जब टीम को जरूरत थी तब ठंडे पड़ गए

काहे का महान…ऐसी उम्मीद तो नहीं थी बुमराह, जब टीम को जरूरत थी तब ठंडे पड़ गए


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Jasprit Bumrah: जसप्रीत बुमराह के टैलेंट और उनकी काबिलियत पर किसी को कोई शक नहीं, लेकिन एक महान खिलाड़ी वही होता है जो विपरित हालात से टीम को उबारकर जीत की दललीज तक पहुंचाए.

जसप्रीत बुमराह ने निराश किया

नई दिल्ली: बड़े खिलाड़ी की क्या खूबी है? अकेले अपने दम पर मैच का रुख पलटना? जब जीत की सारी उम्मीद खत्म हो जाए तो टीम को हार के मुंह से निकालना? जसप्रीत बुमराह के पास अपना नाम भारतीय क्रिकेट इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में गुदवाने का शानदार मौका था. मगर वह चूक गए. उस मैच में भारत को जीत नहीं दिला पाए, जिसकी स्क्रिप्ट उन्होंने ही लिखी थी.

लीड्स टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ भारत की हार में जसप्रीत बुमराह बराबर के कसूरवार हैं. बुमराह से उम्मीदें हमेशा ऊंची होती है. वह टीम के सबसे अनुभवी गेंदबाज थे. पहली पारी में उन्होंने पांच विकेट लेकर इतिहास रचा था, लेकिन दूसरी पारी में उनका एक भी विकेट न निकाल पाना हार और जीत के बीच बड़ा अंतर बना.

जसप्रीत बुमराह

पांचवें दिन जब इंग्लैंड को 350 रन बनाने थे तो बुमराह की जिम्मेदारी नई गेंद से विकेट निकालने की थी, लेकिन उन्होंने न स्विंग दिखाई न स्पीड. इंग्लैंड के दोनों ओपनर बेन डकेट और जैक क्राउली क्रीज पर टिक गए और बिना दबाव के रन बनाने लगे.

बुमराह की प्लानिंग भी सवालों के घेरे में है. ऐसा लगा कि वह न तो अटैकिंग फील्ड सेट कर पाए और न एग्रेसिव बॉलिंग. रिवर्स स्विंग तो माना भूल ही गए. जब मैच में इंग्लैंड का मिडिल ऑर्डर रन बना रहा था तब भी उनसे कसी गेंदबाजी की उम्मीद थी, लेकिन उनकी फिटनेस कैसे परफॉर्मेंस के आड़े आई ये सबने देखा.

एक सीनियर खिलाड़ी और ‘पूर्व कप्तान’ के नाते जसप्रीत बुमराह की बॉडी लैंग्वेज थोड़ी थकी हुई लगी. कुछ लोग ये भी कहेंगे कि बुमराह अकेले पड़ गए, उन्हें दूसरे एंंड से किसी बॉलर का साथ नहीं मिला, लेकिन जब प्रसिद्ध कृष्णा और शार्दुल ठाकुर ने थोड़े अंतराल में कुल चार विकेट निकाल दिए तो जीत की उम्मीद जगी. बुमराह बॉलिंग करने भी आए. मगर ‘चमत्कार’ नहीं दिखा.

माना कि वह इस हार के अकेले जिम्मेदार नहीं हैं, लेकिन एक अनुभवी और लीड बॉलर के रूप में उनका प्रदर्शन बेहद फीका और कमजोर रहा. जब बुमराह के कद के प्लेयर दबाव में लड़खड़ाते हैं, तो उसका असर पूरे मैच पर पड़ता है. उम्मीद है कि अगले मैच में वह न सिर्फ वापसी करेंगे बल्कि टीम को जीत की पटरी में भी लौटाएंगे.

Anshul Talmale

फरवरी 2025 से नेटवर्क 18 समूह में डिप्टी न्यूज एडिटर के पद पर कार्यरत. पत्रकारिता में एक दशक का अनुभव. बतौर रिपोर्टर कई नेशनल-इंटरनेशनल इवेंट के साक्षी. इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से करियर की शुरुआत. जागरण न्यू मीडिया…और पढ़ें

फरवरी 2025 से नेटवर्क 18 समूह में डिप्टी न्यूज एडिटर के पद पर कार्यरत. पत्रकारिता में एक दशक का अनुभव. बतौर रिपोर्टर कई नेशनल-इंटरनेशनल इवेंट के साक्षी. इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से करियर की शुरुआत. जागरण न्यू मीडिया… और पढ़ें

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