छिंदवाड़ा में भाजपा ने आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर ‘संविधान हत्या दिवस’ का कार्यक्रम आयोजन किया। कार्यक्रम में बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि 1975 का आपातकाल सत्ता बचाने का हथकंडा था, जिसमें हजारों निर्दोष नागरिकों को जेल में डाला गया।
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खंडेलवाल ने बताया कि छिंदवाड़ा से प्रतुलचंद द्विवेदी, नारायण भाऊजी पोफली के आठ परिजन और विजय पांडेय के पिता समेत कई लोगों को जेल भेजा गया। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने सभी फैसले अपने हित में लिए और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जैसे राष्ट्रवादी संगठन पर भी प्रतिबंध लगा दिया।
राहुल गांधी पर भी साधा निशाना
विधायक हेमंत खंडेलवाल ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधा और कहा कि वे आज भी सेना और लोकतंत्र की गरिमा को चुनौती देते हैं। “अमेरिका में भी भारतीय सेना पर सवाल उठाना कांग्रेस की वही मानसिकता दर्शाता है, जो आपातकाल के दौरान थी।”
‘बंदी नहीं, सेनानी कहलाना चाहते हैं’
वक्ताओं ने मांग की कि आपातकाल के दौरान जेल गए लोगों को ‘बंदी’ नहीं, ‘लोकतंत्र सेनानी’ कहा जाए। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को यह जानना जरूरी है कि देश में ऐसा समय भी आया था, जब बोलने, लिखने और सोचने की आजादी छीन ली गई थी।
यह रहे उपस्थित
कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष शेष राव यादव, पूर्व विधायक रमेश दुबे, विजय पांडे और अजय सक्सेना सहित अन्य भाजपा नेता उपस्थित थे।