अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने शनिवार को माधवगंज चौराहे पर आपातकाल की 50वीं बरसी पर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी के साथ विरोध जताया। कहा कि 25 जून 1975 को लगाए गए आपातकाल के दौरान देश की जनता की आवाज को दबाया गया।
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लोकतंत्र, संविधान और अभिव्यक्ति की आजादी को सीमित कर दिया गया। लाखों लोगों को जेल में बंद किया गया। 83 लाख से अधिक लोगों की जबरन नसबंदी कराई गई।
एबीवीपी नेता प्रबल शर्मा ने इसे इतिहास का काला अध्याय बताया। उन्होंने कहा कि देश इस घटना को कभी नहीं भूलेगा। आपातकाल के दौरान देश और नागरिकों पर हुए अत्याचारों को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता।
संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि वे इस दिन को हर साल याद रखेंगे। यह इसलिए ताकि भविष्य में कोई भी सत्ता लोकतंत्र को कमजोर करने का साहस न कर सके।