सतना में रेलवे पटरी पर बैठकर महिलाओं ने विरोध किया।
सतना में महिलाएं रेलवे ट्रैक पर बैठ गईं। उन्होंने यहां नारेबाजी की। उनकी वजह से 1 घंटे तक ट्रेन का इंजन नहीं निकल पाया। पुलिस वहां पहुंची तो लोगों को समझाइश देकर वहां से हटाया। मारुति नगर से होकर जाने वाले रेलवे क्रॉसिंग पर बिरला फैक्ट्री प्रबंधन ने
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स्थानीय नागरिकों ने गुरुवार को विरोध किया। उनका कहना था कि वहां से लोग रोज आना-जाना करते हैं। रास्ता बंद करने की वजह से उन्हें निकलने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा, इसलिए रास्ता चालू रखा जाए।
इधर, बुधवार को ही यहां पर एक कार से मालगाड़ी की इंजन टकराया था। कार में बैठा परिवार बाल-बाल बचा था।
नागरिकों ने पटरी पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया।

विरोध की वजह से एक घंटे तक इंजन नहीं निकल सका।
लाेग बोल- सालों पुराना है रास्ता विरोध कर रहे लोगों ने बताया कि यह रास्ता कई दशक पुराना है। लगभग 5 हजार लोग यहां से रोज आना-जाना करते हैं। बिरला फैक्ट्री प्रबंधन और स्थानीय लोगों के बीच इस मार्ग को लेकर वर्षों से विवाद चल रहा है। हंगामे को बढ़ता देख फैक्ट्री प्रबंधन के कर्मचारी मौके से चले गए।
आरपीएफ और कोलगवां थाना पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को शांत किया। स्थानीय निवासियों का कहना है कि रास्ता बंद होने से हजारों लोगों को स्कूल, अस्पताल और कामकाज के लिए लंबा चक्कर लगाना पड़ेगा।
उन्होंने प्रशासन से इस रास्ते को चालू रखने की मांग की है।

लोगों को हटाने के लिए आरपीएफ पुलिस पहुंची। इस पर स्थानीय लोगों ने उन्हें समस्या बताई।
एक दिन पहले हुआ था हादसा इस रेलवे ट्रैक पर बुधवार शाम को क्रॉसिंग के दौरान हादसा हुआ था। एक परिवार बार-बार बचा था। संजय शुक्ला अपनी पत्नी और बच्चों के साथ कार में ट्रैक पार कर रहे थे। तभी बिरला फैक्ट्री की ओर जा रही मालगाड़ी आ गई। कार मालगाड़ी की चपेट में आकर करीब 2 मीटर तक घसीटी। ट्रेन की कम रफ्तार और लोको पायलट द्वारा इमरजेंसी ब्रेक लगाने से बड़ा हादसा टल गया।
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सतना में एक मालगाड़ी रेलवे क्रॉसिंग पर कार से टकरा गई। कार में परिवार था। इंजन की टक्कर कार में लगी और वह क्षतिग्रस्त हो गई। गनीमत रही कि ट्रेन चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया तो गाड़ी से तेजी से टकराने से बच गई। कार में सवार लोग सुरक्षित हैं। पूरी खबर पढ़ें