जल गंगा अभियान के तहत प्रदेशभर में वन विस्तार का काम किया जा रहा है। लेकिन खंडवा जिले इसके उलट पहाड़ियों को ही खोदकर उनका अस्तित्व मिटा रहे हैे। इंदौर-मुक्ताईनगर नेशनल हाईवे निर्माण के नाम पर देशगांव पहाड़ी की रौनक अब बीते वक्त की बात हो गई। देशगांव घ
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सड़क किनारे की उबड़-खाबड़ जमीन को समतल करने की अनुमति लेकर भू-स्वामियों ने अधिकारियों के शह पर इसे 700 मीटर के दायरे में 20 से 50 फीट गहराई तक खोद दिया। इससे देशगांव घाटी की प्राकृतिक संरचना समाप्त हो गई है। पहाड़ी पर खुदाई का क्रम अभी भी जारी है। पहाड़ी खोदने की अनुमति पूर्व जिला खनिज अधिकारी सचिन वर्मा ने जारी की थी।
सिहाड़ा और धावड़ी में भी खत्म किए पहाड़
देशगांव-बैतूल हाईवे के निर्माण के लिए खालवा के धावड़ी में पहाड़ी काे खोदकर खत्म किया जा रहा है। ग्रामीणों के विरोध के बावजूद अफसरों ने हाईवे निर्माण कर रही कंपनी काे पहाड़ी खोदने की अनुमति दे दी है। वहीं सिहाड़ा के पास भी प्राकृतिक पहाड़ी को खोदने का काम चल रहा है।
^पहाड़ी खोदने की अनुमति नियमों के तहत दी है। प्राकृतिक संपदा की खुदाई के एवज में रायल्टी जमा की जाती है। -निकिता मंडलोई, प्रभारी, खनिज अधिकारी, खंडवा