रूस में MBBS छात्र की मौत, शव घर आया: परिजन बोले- बॉडी पर चोट, केंद्र सरकार जांच कराए; लगेज, फोन तक नहीं मिला – datia News

रूस में MBBS छात्र की मौत, शव घर आया:  परिजन बोले- बॉडी पर चोट, केंद्र सरकार जांच कराए; लगेज, फोन तक नहीं मिला – datia News


दतिया के एक एमबीबीएस छात्र की रूस में 20 जून को मौत हो गई थी। सातवें दिन शुक्रवार को छात्र का शव इंदरगढ़ लाया गया। बेटे के शव को देखकर मां बेहोश हो गईं। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।श्मशान घाट पर भरत का शाम 4 बजे अंतिम संस्कार किया गया है। काफी लो

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परिजनों ने मौत को संदिग्ध बताते हुए केंद्र सरकार से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। उनका कहना है कि कमर पर चोट का निशान है। उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट तक नहीं भेजी गई है। जिससे पता चल सके कि मौत कैसे हुई।

युवक के शव को रूस गांव में लाया गया।

21 जून को परिजन को मिली जानकारी दतिया के इंदरगढ़ कस्बे में रहने वाले 31 वर्षीय भरत बघेल रूस के अर्खंगेल्स्क शहर में स्थित नॉर्दर्न स्टेट मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था। वह 2019 में रूस गया था। 18 जून को उसका लास्ट एग्जाम था और 28 जून को डिग्री मिलने वाली थी। 2 जुलाई को वह भारत लौटने वाला था।

नवंबर में उसकी शादी तय थी, सगाई भी हो चुकी थी, लेकिन उससे पहले ही यह दुखद समाचार सामने आ गया। 20 जून को उसकी संदिग्ध हालात में हुए हादसे में उसकी मौत हो गई। मौत की जानकारी 21 जून को उसके साथ में में रहने वाले हरियाणा एक दोस्त ने फोन कर भरत के परिवार वालो को दी थी।

हजारों लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए।

हजारों लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए।

छत से गिर कर मौत की सूचना भरत की मौत हॉस्टल से लगभग 3 किलोमीटर एक रेस्टोरेंट की छत से गिर कर बताई गई थी। इसके बाद भरत के परिजनों ने छात्र की बॉडी को दतिया लाने के लिए प्रयास किए। सीएम डॉक्टर मोहन यादव ने तुरंत एक्स पर ट्विट कर दुख प्रकट करते हुए, प्रदेश के अधिकारियों को तुरंत कार्यवाही कर शव भारत लाने के निर्देश दिए थे।

परिजन बोले कमर पर चोट के निशान मृतक छात्र के परिजनों ने दैनिक भास्कर को बताया कि जब भरत का शव देखा तो शव से हल्की बदबू आ रही थी। कमर पर चोट का निशान था। शव देखकर ऐसा लगा की मामला संदिग्ध है। जांच गहन जांच होनी चाहिए।

न फोन मिला, न लगेज, पीएम रिपोर्ट तक नहीं भेजी परिजनों ने कहा कि भरत का शव पहुंचा दिया गया है, लेकिन उसका मोबाइल, लगेज और कोई भी सामान नहीं आया है। न ही उसके शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भेजी है। जिससे कुछ पता चल सके कि आखिरकार उसके साथ हुआ क्या था?

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

20 जून की सुबह बेटे से हुई थी आखिरी बार बात छात्र के पिता मुलायम बघेल ने बताया कि, बेटे से आखरी बार बात उसकी मां से हुई थी। 20 जून कि सुबह उसका फोन आया था। वह खुश था, उसका 19 जून को आखिरी एग्जाम था। 28 जून को डिग्री मिलने वाली थी। वह बहुत खुश था, उसने मां को बताया था, फ्लाइट के टिकिट बुक हो चुके है। 2 जुलाई को वह दिल्ली पहुंच जाएगा। दिल्ली से ट्रेन द्वारा वह झांसी पहुंचेगा, फिर इंदरगढ़ के लिए निकलेगा।

दतिया से शव लेने दिल्ली पहुंचे थे प्रशासनिक अधिकारी जानकारी के अनुसार, भरत का शव रूस की राजधानी मॉस्को से दिल्ली सुबह 4 बजे पहुंचा था। यहां कागजी कार्यवाही के लिए इंदरगढ़ के नायब तहसीलदार मनोज दिवाकर, पटवारी हरिओम शर्मा कागजी कार्यवाही के लिए पहुंचे थे। सारी औपचारिकता पूरी होने पर शव उन्हें दे दिया गया। शव को लेकर अधिकारी दोपहर ढाई बजे इंदरगढ़ पहुंचे थे।

अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग हुए शामिल भरत के पार्थिव शरीर के इंदरगढ़ पहुंचने की सूचना पर हजारों की संख्या में लोग उसके घर पहुंचे। सेवड़ा विधायक प्रदीप अग्रवाल भी इस अंतिम यात्रा में शामिल हुए। इस के अलावा समाजसेवी और प्रशासनिक अधिकारी भी इस यात्रा में शामिल हुए।

मौत का कारण अज्ञात शव लेने दिल्ली गाए नायब तहसीलदार मनोज दिवाकर ने बताया कि, कलेक्टर के आदेश के बाद वह शव लेने दिल्ली पहुंचे थे। यहां औपचारिकता के बाद उन्हें केवल शव दिया गया है। लेकिन उन्हें कोई दस्तावेज या लगेज नहीं दिया गया। नहीं कोई मौत का कारण बताया गया।



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