सरकारी शिक्षक, डॉक्टर समेत अन्य कर्मचारी ड्यूटी के समय कार्यस्थल पर ही रहें, इसके लिए सार्थक एप की व्यवस्था लागू की गई। इस जीपीएस आधारित अटेंडेंस व्यवस्था का भी कार्यस्थल से गायब रहने वालों ने तोड़ निकाल लिया है। ऐसी ही गड़बड़ी उच्च शिक्षा विभाग के पकड़
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जिसके तहत उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इन्दर सिंह परमार के सख्त निर्देशों के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने विदिशा जिले के गंजबासौदा स्थित शासकीय कन्या महाविद्यालय में आमंत्रित 6 अतिथि विद्वानों को तत्काल प्रभाव से सेवामुक्त कर दिया है। इन अतिथि विद्वानों पर सार्थक ऐप पर छेड़खानी कर फर्जी उपस्थिति दर्ज करने का गंभीर आरोप है।
बिना कॉलेज जाए लगा रहे थे अटेंडेंस विभाग द्वारा की गई जांच में पाया गया कि ये अतिथि विद्वान महाविद्यालय में उपस्थित न होकर, किसी अन्य स्थान से अमर्यादित तरीके से सार्थक ऐप पर अपनी उपस्थिति दर्ज कर रहे थे। इस गंभीर अनियमितता को उच्च शिक्षा मंत्री परमार ने शैक्षणिक परिवेश को दूषित करने वाला कृत्य मानते हुए विभाग को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
इसके अनुपालन में विभाग ने इन अतिथि विद्वानों के आमंत्रण को तत्काल निरस्त करने के आदेश भी जारी कर दिए हैं।
सेवामुक्त किए गए अतिथि विद्वान
- प्रकाश चंद मौर्य
- हेमंत कुमार अहिरवार
- हेमंत कुमार सक्सेना
- सूर्यकांत शर्मा
- डॉ. सरताज मंजू पर्रे
- संजय कुमार राय