राजधानी में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और जनहितैषी अभियानों को गति देने के लिए शनिवार को दो महत्वपूर्ण बैठकें आयोजित की गईं। एक ओर सघन टीबी मुक्त भारत अभियान की समीक्षा की गई, वहीं दूसरी ओर पीसी-पीएनडीटी एक्ट के कड़े पालन पर जोर दिया गया।
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जिला क्षय केंद्र में आयोजित सघन टीबी मुक्त भारत अभियान की समीक्षा बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) भोपाल डॉ. मनीष शर्मा ने टीबी उन्मूलन जागरूकता, परीक्षण, संभावित मरीजों के स्पूटम कलेक्शन, निक्षय पोर्टल पर आईडी तैयार करने, डॉट्स की उपलब्धता और उपचार सहायता सहित निक्षय पोर्टल पर पंजीकरण की विस्तृत समीक्षा की। इस अवसर पर डॉ. शर्मा ने स्वयं एक टीबी मरीज को फूड बास्केट भेंट कर उसके पोषण की जवाबदारी ली।
100% नोटिफिकेशन पर जोर समीक्षा के दौरान CMHO डॉ. शर्मा ने टीबी नोटिफिकेशन को 100 प्रतिशत सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने श्रमिक वर्ग और अन्य संवेदनशील समुदायों तक अभियान का अधिकतम लाभ पहुंचाने के लिए रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों, कारखानों, ईंट भट्टों और निर्माण स्थलों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर शिविर आयोजित करने को कहा। इसके अतिरिक्त, पंचायतों, शहरी स्थानीय निकायों, स्वसहायता समूहों, जन आरोग्य समिति, महिला आरोग्य समिति और ग्राम स्वास्थ्य पोषण एवं स्वच्छता समिति के साथ मिलकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने तथा नए निक्षय मित्र और टीबी चैंपियंस/विजेताओं की पहचान करने के भी निर्देश दिए गए।
इनकी होगी विशेष स्क्रीनिंग अभियान के तहत मधुमेह के मरीजों, कुपोषित, धूम्रपान करने वाले, शराब सेवन करने वाले, पूर्व टीबी मरीज, संपर्क व्यक्ति और एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों जैसे उच्च जोखिम वाले समूहों की स्क्रीनिंग, जांच और उपचार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। लक्षण वाले मरीजों की NAAT और एक्स-रे जैसी आधुनिक तकनीकों से जांच की जा रही है। डॉ. शर्मा ने बताया कि जिले की सभी ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित करने के लिए समन्वित प्रयासों पर जोर दिया जा रहा है।
लिंग चयन परीक्षणों पर सख्त निगरानी शनिवार को ही CMHO डॉ. मनीष शर्मा की अध्यक्षता में पीसी-पीएनडीटी (गर्भधारण पूर्व और प्रसव पूर्व निदान तकनीक) जिला सलाहकार समिति की बैठक भी संपन्न हुई। बैठक में एक्ट के प्रावधानों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। नवीन पंजीयन और नवीनीकरण के आवेदनों पर चर्चा के बाद उन्हें स्वीकृति प्रदान की गई।
बैठक में 29 अस्पतालों और सोनोग्राफी केंद्रों के नवीन पंजीयन, नवीनीकरण और एप्लिकेशन एडिट से संबंधित आवेदनों पर समिति के अनुमोदन अनुसार कार्रवाई की गई। सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने सोनोग्राफी केंद्रों की नियमित निगरानी के भी निर्देश भी दिए।