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MIS Scheme of Post Office: महिलाओं, युवाओं व बुजुर्गों के लिए सहारा बनी डाक विभाग की एमआईएस योजना, एकमुश्त निवेश पर हर महीने मिलेगी तय इनकम. इस सुरक्षित निवेश पर 7.2% ब्याज, सिर्फ आधार-पैन और फोटो से ही होजाएगा…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- डाकघर की एमआईएस योजना में 7.2% ब्याज मिलता है.
- एमआईएस योजना में 1000 रुपये से खाता खुल सकता है.
- आधार, पैन और फोटो से आवेदन किया जा सकता है.
शिवांक द्विवेदी , सतना: डाक विभाग की मंथली इनकम स्कीम (MIS) योजना आज के समय में युवाओं से लेकर महिलाओं और बुजुर्गों तक के लिए एक भरोसेमंद आय का जरिया बन गई है. यह योजना खास तौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो एकमुश्त राशि निवेश कर हर महीने सुनिश्चित कमाई की तलाश में रहते हैं. एमआईएस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें जमा राशि पर हर महीने ब्याज के रूप में मिलती है जिससे इसे छोटे निवेशकों से लेकर सीनियर सिटीजन तक के लिए उपयुक्त माना जाता है.
सतना डाकघर के सहायक अधीक्षक प्रमोद अग्निहोत्री ने लोकल 18 को बताया कि इस योजना के तहत न्यूनतम 1,000 रुपये का निवेश किया जा सकता है जबकि अधिकतम सीमा सिंगल अकाउंट में 9 लाख और जॉइंट अकाउंट में 15 लाख रुपये तय की गई है. यानी पति-पत्नी या दो लोगों द्वारा संयुक्त रूप से निवेश कर अधिक लाभ लिया जा सकता है.
एमआईएस में अप्लाई करने की एलिजिबिलिटी
योग्यता की बात करें तो कोई भी भारतीय नागरिक जिसकी उम्र 18 वर्ष या उससे अधिक है वह इस योजना में खाता खोल सकता है. आवेदन की प्रक्रिया भी बेहद आसान है, इसमें पास के किसी भी पोस्ट ऑफिस में जाकर एक पेज का फॉर्म भरना होता है. इसके साथ आधार कार्ड, पैन कार्ड और पासपोर्ट साइज फोटो देना होता है.
एमआईएस योजना पर वर्तमान में 7.2% की वार्षिक ब्याज दर मिल रही है और यह पूरी तरह से सरकारी गारंटी के अंतर्गत आती है. यानी निवेशकों की जमा राशि सुरक्षित है और उन्हें समय पर हर महीने ब्याज की राशि मिलती रहेगी.
इस योजना का लाभ छोटे व्यापारियों, गृहिणियों, सेवानिवृत्त कर्मचारियों के साथ-साथ युवाओं को भी हो रहा है जो अपनी पॉकेट मनी या सेविंग्स से भविष्य के लिए सुरक्षित आमदनी सुनिश्चित करना चाहते हैं.