खरगोन में रविवार को इस्कॉन मंदिर राजपुरा में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली गई। शाम 4:30 बजे श्रीश्री राधा गोपीनाथ मंदिर से यात्रा की शुरुआत हुई। भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा के विग्रहों को सजे-धजे रथ में विराजमान किया गया।
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मंदिर के मुख्य द्वार से जैसे ही रथ यात्रा निकली, श्रद्धालुओं ने हरिनाम संकीर्तन करते हुए भगवान के रथ को खींचा। यह यात्रा मंदिर परिसर में ही लगभग 2 घंटे तक भ्रमण करती रही। शाम 7:30 बजे महाआरती का आयोजन किया गया।
10 गांवों से आए श्रद्धालु इस आयोजन में खरगोन और आसपास के 10 गांवों से करीब 3000 श्रद्धालु शामिल हुए। पूरे मंदिर परिसर में भक्ति और आस्था का वातावरण बना रहा।
धार्मिक महत्व पर जोर मंदिर के प्रबंध ट्रस्टी डॉ. श्यामसुंदर महाजन ने स्कंद पुराण का हवाला देते हुए बताया कि रथ में विराजमान भगवान के दर्शन से हजारों अश्वमेध यज्ञ के बराबर पुण्य प्राप्त होता है। भविष्य पुराण के अनुसार, रथ के आगे या पीछे चलने वाले को भगवान विष्णु के समान पद और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
कथा के साथ हुआ समापन कार्यक्रम के अंत में मंदिर परिसर में भगवान जगन्नाथ की कथा का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से भाग लिया।