शहर के खानपुरा स्थित नीलगर मोहल्ले में रहने वाले नीलगर रंगरेज समाज के लोग त्योहारी सीजन के लिए लच्छे बनाने में जुट गए हैं। गणेश चतुर्थी से दीपावली तक का समय इस कार्य के लिए सबसे व्यस्त माना जाता है। इस सीजन में करीब 500 परिवार लच्छा बनाने के काम में
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इसमें महाराष्ट्र, दिल्ली, असम सहित कई अन्य राज्य शामिल हैं। लच्छा तैयार करने की प्रक्रिया पांच से छ: दिन की होती है। पहले कच्चे माल को सुलझाया जाता है फिर उस पर रंग चढ़ाया जाता है। धूप में सुखाने के बाद लच्छा तैयार होता है। बारिश के मौसम में सूरज की लुकाछिपी के कारण लच्छे को सुखाने में परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। त्योहारों के दौरान इसकी मांग कई गुना बढ़ जाती है।