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मध्य प्रदेश के देवास जिले के खिवनी अभयारण्य में 50 से अधिक आदिवासी घरों को वन विभाग द्वारा गिराए जाने के बाद सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. इस घटना से आदिवासियों में भारी गुस्सा था. पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय …और पढ़ें
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, आदिवासियों को लेकर सीएम मोहन यादव से मिले.
हाइलाइट्स
- आदिवासियों के घर तोड़े जाने से पूर्व सीएम नाराज.
- सीहोर में अर्चना पटेल को नया डीएफओ बनाया.
- सीएम ने जांच और दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश.
भोपाल. मध्यप्रदेश के देवास जिले की खातेगांव विधानसभा के खिवनी अभयारण्य में आदिवासियों के घर तोड़े जाने के बाद राज्य सरकार ने तत्काल एक्शन लिया है. इस संवेदनशील मामले में पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की सक्रियता के बाद, सीहोर के डीएफओ मगन सिंह डाबर को उनके पद से हटा दिया गया है. उनकी जगह अर्चना पटेल को सीहोर का नया डीएफओ नियुक्त किया गया है, जबकि डाबर को उप वन संरक्षक के रूप में भोपाल ट्रांसफर किया गया है. यह मामला 23 जून को तब सुर्खियों में आया जब वन विभाग ने खिवनी अभयारण्य क्षेत्र में 50 से अधिक आदिवासी परिवारों के घरों पर बुलडोजर चला दिया था. इस घटना से आदिवासी समुदाय में गहरा आक्रोश था.
शनिवार को, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर कलेक्ट्रेट में खिवनी के प्रभावित आदिवासियों से मुलाकात की और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. इसके बाद, रविवार को शिवराज सिंह चौहान इन आदिवासियों को अपने साथ लेकर सीधे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे, जहाँ उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात कराई. आदिवासियों ने मुख्यमंत्री के सामने अपनी पीड़ा और समस्या विस्तार से बताई. शिवराज सिंह चौहान और आदिवासी समुदाय के प्रतिनिधियों की मुख्यमंत्री से मुलाकात के तुरंत बाद, डॉ. मोहन यादव ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाया. उन्होंने न केवल सीहोर डीएफओ मगन सिंह डाबर का तबादला कर दिया, बल्कि अधिकारियों को मामले की जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश भी दिए.
आज भोपाल में मुख्यमंत्री निवास पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री @DrMohanYadav51 जी से खिवनी अभयारण्य के लिए वन विभाग की कार्रवाई से प्रभावित जनजातीय समुदाय के नागरिकों के साथ भेंट की और समस्या से अवगत कराया।