कर्मचारी नेताओं ने तानाशाही आदेश बताते हुए ई-अटेंडेंस सिस्टम को पूरी तरह समाप्त करने की मांग की।
रतलाम में ई-अटेंडेंस ऐप के विरोध में जिले भर से 1 हजार से ज्यादा शिक्षक, शिक्षिकाएं और सरकारी कर्मचारी रविवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे। बारिश के बावजूद कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए रैली निकाली और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन मध्यप्रदेश अ
.
कर्मचारियों ने कहा कि ऑनलाइन उपस्थिति सिस्टम व्यावहारिक नहीं है और यह सेवा-भावना व कर्तव्य परायणता पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। कर्मचारी नेताओं ने इसे तानाशाही आदेश बताते हुए ई-अटेंडेंस सिस्टम को पूरी तरह समाप्त करने की मांग की।
जिलेभर से पहुंचे कर्मचारी रतलाम शहर सहित जावरा, आलोट, ताल, पिपलौदा, सैलाना, बाजना और रावटी से बड़ी संख्या में कर्मचारी कलेक्ट्रेट पहुंचे। सभा को कई कर्मचारी नेताओं जैसे शरद शुक्ला, गोपाल बोरिया, सुनील गौड़, चरणसिंह चौधरी, तेजपाल सिंह राणावत, लक्ष्मीनारायण पाटीदार और रजनीश चौहान आदि ने संबोधित किया।
कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करते कर्मचारी।
शपथ ली: ऐप नहीं करेंगे डाउनलोड सभा के अंत में सभी उपस्थित कर्मचारियों ने हाथ उठाकर शपथ ली कि वे ई-अटेंडेंस ऐप डाउनलोड नहीं करेंगे, और जिन्होंने किया है वे उसे डिलीट करेंगे। सभा के बाद आराधना निगुड़कर, दीपक सुराणा और तेजपाल सिंह राणावत के नेतृत्व में रैली निकाली गई। कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचकर सीएम के नाम ज्ञापन नायब तहसीलदार मनोज चौहान को सौंपा।
कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने मांगें नहीं मानीं, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

नायह तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते कर्मचारी।