रवीन्द्र भवन में प्रतिभा सम्मान समारोह 2025: 364 मेधावी छात्रों और युवाओं का सम्मान, शिक्षा और संस्कारों से राष्ट्र निर्माण पर जोर – Bhopal News

रवीन्द्र भवन में प्रतिभा सम्मान समारोह 2025:  364 मेधावी छात्रों और युवाओं का सम्मान, शिक्षा और संस्कारों से राष्ट्र निर्माण पर जोर – Bhopal News


दक्षिण-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में मेधावी छात्रों और प्रतिभाशाली युवाओं को सम्मानित करने के लिए प्रतिभा सम्मान समारोह 2025 का आयोजन किया गया। इस समारोह में कुल 364 प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया, जो क्षेत्र में शिक्षा और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की

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यह समारोह रविवार को शाम 5 बजे से रवीन्द्र भवन शुरू हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मध्य प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और आयुष विभाग मंत्री इंदर सिंह परमार हैं। समारोह की अध्यक्षता दक्षिण-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के विधायक भगवानदास सबनानी कर रहे है। इसका आयोजन नवप्रयास सांस्कृतिक एवं सामाजिक विकास समिति द्वारा किया जा रहा है।

विद्यार्थियों को मार्गदर्शन के लिए तीन विषय विशेषज्ञ उपस्थित:

विजय मनोहर तिवारी: कुलगुरु, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय।

डॉ. प्रिया भावे चित्तवार: प्रजनन चिकित्सा विशेषज्ञ एवं आयरन-मैन डाईट-एक्सपर्ट।

कला मोहन: शैक्षणिक सलाहकार एवं मनोवैज्ञानिक।

कार्यक्रम में शामिल होने आई छात्रा नैन्सी शुक्ला ने उनके विजन और सपनों को लेकर बातचीत की।

छात्रा बोली- मेरा सपना आईआईटीएन

सम्मान कार्यक्रम में शामिल होने आई छात्रा नैन्सी शुक्ला ने बताया कि यहां 10वीं और 12वीं क्लास में अच्छे नंबर लाने वाले बच्चों का सम्मान किया जा रहा है। मेरे 10वीं में 90% रहे हैं। आगे की पढ़ाई के लिए मैंने मैथ्स साइंस स्ट्रीम लिया है। मेरा सपना है कि मैं जेई क्रेक करके आईआईटीएन बनूं।

श्रुतिका जैन की ऑल इंडिया रैंक 2 समारोह की सबसे खास बात प्रदेश के गौरव और दक्षिण-पश्चिम विधानसभा की निवासी श्रुतिका जैन की उपस्थिति रही, जिन्होंने सीबीएसई ऑल इंडिया रैंक 2 और प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त कर क्षेत्र का नाम इतिहास में अंकित कर दिया है। श्रुतिका जैन इस कार्यक्रम की आइकॉन भी रहीं और उन्होंने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। मंत्री परमार ने कहा कि प्रतिभाओं के सम्मान से ही हम देश के भविष्य का सृजन करते हैं। शिक्षित समाज को मजबूत राष्ट्र की नींव बताते हुए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सराहना की। उन्होंने युवाओं से अपने संस्कारों को अपनी पहचान बनाने पर जोर दिया और विश्वास व्यक्त किया कि भारत जल्द ही विश्व गुरु बनेगा।

विषय विशेषज्ञों ने साझा किए अपने विचार

  • विजय मनोहर तिवारी (कुलगुरु, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय) ने विद्यार्थियों को भारत का इतिहास पढ़ने की सलाह दी और नई पीढ़ी को अपनी विरासत से जोड़ने के लिए ऐतिहासिक स्थानों की हेरिटेज वॉक को अनिवार्य करने का सुझाव दिया।
  • डॉ. प्रिया भावे चित्तावर (प्रजनन चिकित्सा विशेषज्ञ एवं आयरन-मैन ट्राई-एथलीट) ने अपनी सफलता का जश्न मनाने, आत्मविश्वास बढ़ाने और अपनी क्षमताओं का बेहतर उपयोग करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि असफलता को स्वीकार करने से सफलता स्थायी हो सकती है।
  • कला मोहन (शैक्षणिक सलाहकार एवं मनोवैज्ञानिक) ने 21वीं सदी की चुनौतियों को समझने और स्वयं को पहचान कर उनका सामना करने की बात कही, और ‘वीयूसीए’ (VUCA) दुनिया के अवसरों को पहचानने का महत्व समझाया।

बांटे गए प्लांटेबल सीड पेन समारोह में एक नवाचार के रूप में सभी उपस्थित प्रतिभाओं और उनके परिजनों को ‘प्लांटेबल सीड पेन’ (ऐसे पेन जिनमें बीज लगे होते हैं) दिए गए। जो अंकुरित होकर पौधे बन जाएंगे, यह पर्यावरण संरक्षण का एक संदेश था।



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