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Bhopal Snake Catcher: भोपाल के मो. सलीम बेहद अनोखे स्नैक कैचर हैं. इनके ऑफिस में महादेव का मंदिर है. सावन सोमवार का व्रत रहते हैं और लाखों सांपों की जान बचा चुके हैं..
हाइलाइट्स
- भोपाल के सर्पमित्र मो. सलीम की अनोखी कहानी
- 35 साल से पकड़ रहे सांप, लाखों को बचा चुके
- दो बार कोबरा ने काटा, बोले..महादेव ने बचाया
Bhopal News: बारिश की शुरुआत के साथ ही घर-मोहल्ले में सांप निकालने के मामले बढ़ जाते हैं. ऐसे में जगह-जगह सर्प मित्र इन सांपों का रेस्क्यू करते देखे जा सकते हैं. इसी कड़ी में भोपाल के रहने वाले एक ऐसे शख्स भी शामिल हैं, जो सालों से सर्पमित्र बनाकर अब तक लाखों की संख्या में सांपों का रेस्क्यू कर चुके हैं. शहर के रोशनपुरा क्षेत्र में रहने वाले मोहम्मद सलीम बचपन से सांपों को जीवनदान दे रहे हैं.
लोकल 18 को बताया, वह सालों से भोपाल नगर निगम के साथ सांपों का रेस्क्यू कर रहे हैं. उनके पिता वन विहार में नाकेदार रहे. यहां से बैलगाड़ी में लकड़ियां लेकर लोग निकला करते थे, जिसमें पिताजी का काम उनसे रवानगी लेना होता था. इस दौरान कई ऐसे भी लोग आते थे, जिन्हें सांप काट लेता था. उस समय में लोग सांप काटने को पान लगा बोलते थे.
पिता से सांपों के बारे में जाना
सलीम बताते हैं कि नाकेदारी के साथ वह सांप के काटने पर लोगों का इलाज भी करते थे. यदि किसी व्यक्ति को सांप द्वारा काटा जाता था, तो वह इलाज के लिए पिताजी के पास जाते थे. यदि व्यक्ति के शरीर में ज्यादा जहर नहीं फैला होता था तो उसे जड़ी बूटियां से बनी दवा दी जाती थी, मगर मरीज के शरीर में ज्यादा जहर फैल जाता तो उसे अस्पताल भेज देते. मैंने पिता से ही सांपों के बारे में सीखा है.
बता दें, सर्पमित्र सलीम अब तक 2.50 से ज्यादा सांपों का रेस्क्यू कर उन्हें जंगल में छोड़ चुके हैं. दुनिया में ऐसा कोई सांप नहीं, जिसका उन्होंने रेस्क्यू नहीं किया हो. इस दौरान उन्हें दो बार कोबरा जैसे खतरनाक सांप ने डसा, जिससे उनकी जान पर बन आई. मगर, वह कहते हैं कि ऊपरवाले की ऐसी कृपा रही कि आज भी आपके सामने जिंदा बैठा हूं.
नागपंचमी पर सांपों को दिया नया जीवन
सर्पमित्र सलीम बताते हैं कि पहले भोपाल में भी सपेरे सांप को जबरदस्ती पकड़ कर उनके दांत और ग्रंथि तोड़ देते थे. इसके बाद उन्हें कई दिनों तक भूखा रखते थे, जिसके बाद उन्हें भोजन के रूप में दूध पिला देते और कुछ दिनों में वह मर जाता. मैंने लोगों में जागरूकता पैदा कर ऐसे धोखाधड़ी करने वाले लोगों से सांपों को मुक्ति दिलाई.
सलीम कहते हैं कि मैं साल 1990 से सांप पकड़ रहा हूं. आज करीब 35 साल हो गए हैं. बता दें, उनके कार्यालय में भगवान शिव का मंदिर भी है. वह हर साल सावन सोमवार का व्रत रखने के साथ पूजा भी करते हैं. वहीं, नागपंचमी पर भी खास पूजा के साथ भव्य भंडारा का आयोजन किया जाता है.