25 गांवों के हजारों लोगों को होगी परेशानी।
खरगोन में मोगावां और टिगरियांव के बीच वेदा नदी पर पुल निर्माण में देरी हो रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 9 महीने पहले 20 करोड़ रुपए के पुल निर्माण की घोषणा की थी। फरवरी में बजट स्वीकृत हो गया। लेकिन चार महीने बाद भी ड्राइंग और एस्टीमेट तैयार नह
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इस देर का खामियाजा क्षेत्र के 25 गांवों के हजारों लोगों को भुगतना पड़ेगा। बारिश के मौसम में वेदा नदी में बाढ़ आने पर रपटा डूब जाता है। प्रस्तावित पुल 17 मीटर ऊंचा, 310 मीटर लंबा और 8.40 मीटर चौड़ा होगा।
लोगों की मांग पर बनाया गया था रपटा स्थानीय निवासी बलिराम गुर्जर और मुकेश गुर्जर ने बताया कि 10 साल पहले लोगों की मांग पर वेदा नदी पर रपटा बनाया गया था। बाढ़ के समय ये चार माह तक डूबा रहता है। इससे लोगों को खरगोन, कसरावद और मंडलेश्वर जाने के लिए लंबा रास्ता तय करना पड़ता है।
4 महीने से एस्टीमेट-ड्राइंग का इंतजार ब्रिज कॉरपोरेशन खरगोन के एसडीओ विवेक मिश्रा के अनुसार पुल की ड्राइंग में बदलाव के कारण एस्टीमेट में भी संशोधन करना होगा। इसके बाद ही निर्माण के लिए टेंडर जारी किए जा सकेंगे।