पिता के अंतिम दर्शन कराने बेटे को स्ट्रेचर पर ले जाते परिवार वाले।
गुना के आरोन इलाके के गेहूंखेड़ा में सरकारी टीचर की हत्या के बाद रविवार को मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। जमीनी विवाद में उनकी हत्या की गई थी। अंतिम संस्कार के पहले अहिरवार समाज ने आरोन सिरोंज रोड पर चक्काजाम किया।
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घटना से एक दिन पहले भी उसके परिवार वालों से मारपीट की गई थी। इसकी रिपोर्ट भी आरोन थाने में दर्ज कराई गई थी। इस मामले में अब तक 19 लोगों पर FIR हुई है। पुलिस ने 11 को पकड़ भी लिया। 9 अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
एक बीघा जमीन का पूर्व सरपंच से विवाद गेहूखेड़ा के रहने वाले ब्रह्मदास अहिरवार (50) पुत्र हनुमत अहिरवार वर्ग दो के शिक्षक थे। वह कला विषय पढ़ाते थे और माता मूडरा हाई स्कूल में पदस्थ थे। गांव में एक बीघा जमीन को लेकर गांव के ही पूर्व सरपंच रघुवीर कोरी सहित अन्य लोगों से उनका विवाद चल रहा था।
पूर्व सरपंच करना चाह रहा था कब्जा ब्रह्मदास अहिरवार का आरोप था कि दूसरे पक्ष ने उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने सीमांकन का आवेदन दिया, जिसके बाद सीमांकन हुआ था। राजस्व विभाग ने जमीन नापी, तो जमीन इनकी निकली। विभाग ने जमीन का कब्जा इन्हें दे दिया था। उसके बाद भी सामने वाला पक्ष जमीन पर कब्जा करना चाहता था।
शनिवार सुबह ब्रह्मदास अहिरवार रोजाना को तरह स्कूल में पढ़ाने गए। इसके बाद दोपहर 3 बजे के आसपास वह स्कूल से लौटे। गांव के बाहर ही स्थित वेयरहाउस पर वह बैठे थे। तभी दूसरे पक्ष के लोग आए और फरसे, लुहांगी सहित अन्य धारदार हथियारों से हमला कर दिया।
इसमें ब्रह्मदास, उनके बेटे सत्या और वेयरहाउस पर काम करने वाला कर्मचारी निक्की जाटव गंभीर घायल हो गए। गांव से अस्पताल लाते समय ब्रह्मदास ने दम तोड़ दिया था। जिला अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम किया गया।
जिला अस्पताल से शव ले जाते मृतक के परिवार वाले।
गांव के बाहर लगाया जाम रविवार सुबह जिला अस्पताल से शव गेहूंखेड़ा ले जाया गया। यहां अहिरवार समाज के लोगों ने आरोन सिरोंज रोड पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया। उनका आरोप था कि पहले भी झगड़े हुए हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। लगभग दो घंटे तक सड़क पर जाम लगा रहा। प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश के बाद ग्रामीणों ने जाम खोला।

रविवार सुबह आरोन सिरोंज रोड पर चक्काजाम कर दिया गया था।
19 पर FIR, 11 आरोपियों को किया गिरफ्तार एसपी अंकित सोनी ने बताया कि आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए एसडीओपी राघौगढ़ दीपा डोडवे के नेतृत्व में पुलिस की अलग-अलग टीमें गठित कर आरोपियों की तलाश में लगाई गईं। पुलिस ने 11 आरोपियों लाखन बुनकर, कमल सिंह बुनकर, अमर सिंह बुनकर, संतोष बुनकर, भोला उर्फ किशन बुनकर, शिवम बुनकर, रामस्वरूप बुनकर, निखिल बुनकर, नीतेश बुनकर, विशाल बुनकर और अजय प्रजापति को गिरफ्तार कर लिया। बाकी आरोपियों की तलाश में थाना आरोन, राघौगढ़, धरनावदा, विजयपुर से पुलिस की अलग-अलग टीमों की दबिश कार्यवाही जारी है।

शनिवार देर रात SP भी आरोन पहुंचे थे।
एक दिन पहले महिलाओं से की थी मारपीट इस मामले में एक और बात सामने आई है। घटना से एक दिन पहले ही आरोपियों ने ब्रह्मदास अहिरवार के परिवार से मारपीट की थी। उनकी पत्नी, मां से मारपीट की गई थी। इसकी शिकायत भी आरोन थाने में दर्ज कराई गई थी।
रामबाई अहिरवार (45) पत्नी ब्रह्मदास अहिरवार ने गुरुवार को आरोन थाने में बताया था कि ग्राम गेहूंखेड़ा में आरोन सिरोंज रोड पर उनका सत्या एंड ग्रुप के नाम से वेयर हाऊस है। उसी के पास उनकी जमीन भी है, जिस पर वो लोग पूर्व से खेती करते चले आ रहे है।
दोपहर 3 बजे के करीब उन्हें पता चला कि गांव के लखन, कमल सिंह, अमर सिंह, राम स्वरूप बुनकर उनके खेत में पंजा फेर रहे है।
वह, उनकी सास मुन्नी बाई, देवर सुरेश अहिरवार, भतीजा कसान एवं वेयर हाऊस का कर्मचारी निक्की सभी लोग, अपने उसी खेत पर पहुंचे, जहां पर वो लोग खेत में पंजा फेर रहे थे। इन लोगों ने खेत की तार फेसिंग भी उखाड़ दी थी।
रामबाई ने जाकर बोला कि तुम लोग मक्का बोई खेत में पंजा क्यों फेर रहे हो, तो सभी कहने लगे यह खेत तो हमारा है। इसी बात को लेकर ये सभी लोग गाली गलौच करने लगे और सभी लोगों से मारपीट कर दी। उनकी शिकायत पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ अभद्रता और मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज किया था।