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Ujjain Mahakal News :विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के मंदिर में 11 जुलाई से 18 अगस्त तक श्रावण-भादो पर्व मनाया जाएगा. भक्तों की भीड़ में मंदिर के पट जल्दी खुलेगे. हर सोमवार भव्य सवारी निकलेगी. इसी दौरान भगवान महाक…और पढ़ें
Ujjain Mahakal News : सावन आने को बस कुछ दिन ही रह गया है. ऐसे में हर बार की तरह इस बार भी बाबा महाकाल की नगरी में दर्शन व्यवस्था में बदलाव होगा. मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए समय बदलने का फैसला किया है. पुजारी महेश शर्मा ने बताया कि हर रविवार रात 2:30 बजे और बाकी दिनों में रात 3:00 बजे मंदिर के पट खुलेंगे. इसके बाद तुरंत भस्म आरती होगी. फिलहाल मंदिर सुबह 4:00 बजे खुलता है.
महाकाल मंदिर के पुजारी महेश शर्मा नें बताया कि उज्जैन के राजा श्रावण-भादो मास के दौरान भगवान आम दिनों की अपेक्षा मे भक्तो के लिए जल्दी जागेंगे. श्रावण-भादो मास मे यह विशेष परिवर्तन को लेकर मंदिर समिति ने पूरी कार्य योजना तैयार की है.
आज भी पूजन परंपरा में होता है महाराष्ट्रीयन प्रभाव
महाकाल मंदिर की पूजन परंपरा में सिंधिया स्टेट के समय से महाराष्ट्रीयन रिवाज का प्रभाव बना हुआ है. हिन्दू धर्मशास्त्र के अनुसार श्रावण मास कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होकर रक्षाबंधन तक माना जाता है, जबकि महाराष्ट्रीयन मान्यता में श्रावण शुक्ल पक्ष से भादो अमावस्या तक होता है. दोनों परंपराओं के समन्वय से महाकाल मंदिर में डेढ़ माह तक श्रावण-भादो मास मनाया जाता है.
– पहली सवारी : 14 जुलाई
– दूसरी सवारी : 21 जुलाई
– चौथी सवारी : 4 अगस्त
– छठी या शाही सवारी : 18 अगस्त
भगवान महाकाल जैसे ही राजसी ठाठ बाट से निकलते हैं. वैसे ही प्रभु के आगमन मे सैकड़ों लोग तरह-तरह के स्वागत करके अपने बाबा का स्वागत करते हैं. उज्जैन के राजा को मंदिर के बहार आते ही उज्जैन पुलिस दुवारा गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है. इस सुनहरे पल पर भक्त नाचते -जुमते नज़र आते हैं.