गाय-भैंस के लिए प्रोटीन का बाप है ये घास, खाएंगी तो दूहते समय बाल्टी के बाहर बहेगा दूध! 1 पौधे की उम्र 20 साल

गाय-भैंस के लिए प्रोटीन का बाप है ये घास, खाएंगी तो दूहते समय बाल्टी के बाहर बहेगा दूध! 1 पौधे की उम्र 20 साल


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Animal Husbandary: अमूमन गुजरात में मिलने वाली हीरामणि घास अब देश के दूसरे राज्यों में भी पहुंच गई है. इसको खिलाने से गायों में प्रोटीन के साथ दूध की मात्रा भी बढ़ती है.

हाइलाइट्स

  • हीरामणि घास से दूध की मात्रा और गुणवत्ता बढ़ती है
  • हीरामणि घास की उम्र 20 साल तक होती है
  • गाय-भैंस को हीरामणि घास बहुत पसंद आती है

Animal Husbandary: दुधारू पशुओं को अगर प्रोटीन फूड खिलाना आपके लिए महंगा पड़ रहा है तो किसान या पशुपालक ये घास उंगा लें. इस घास का नाम हीरामणि है. ये न सिर्फ गाय-भैंसों के लिए भरपूर प्रोटीन उपलब्ध कराएगी, बल्कि इससे दूध की क्वालिटी और क्वांटिटी भी बढ़ जाएगी. गाय-भैंस को ये घास खिलाने से पशुपालन की लागत भी कम होगी और फायदा बढ़ता जाएगा. दावा किया जाता है कि अगर इस घास को एक हफ्ते भूसे में मिलाकर गाय-भैंस को खिला दिया जाए तो 10-15% तक दूध बढ़ जाएगा.

इस घास की खास बात ये कि इसे अगर एक बार लगा दिया जाए तो 20 साल तक चलती रहती है. दरअसल भारत में 750 से अधिक किस्मों की घास पाई जाती है. इन्हीं में से एक अद्भुत हीरामणि घास भी है. जैसे सागर के किसान आकाश चौरसिया के द्वारा अपने खेतों की मेड़ों पर उगाया गया है. इस घास की ऊंचाई 15 फीट तक होती है. इसमें बहुत अधिक पत्तियां होती हैं, जिसकी वजह से घास के रूप में इनका उपयोग किया जाता है. बुंदेलखंड में तमाम किसानों ने उगाना शुरू कर दिया है.

इसलिए दुधारू पशुओं को पसंद
आकाश चौरसिया ने बताया, गाय-भैंस के चारे के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली हीरामणि घास है. यह घास जूनागढ़ गुजरात की ओरिजिनल वैरायटी है. परंपरागत तरीके से उगाई जाने वाली घास है. हालांकि, यह अब ज्यादा दिखाई नहीं देती. इस घास की खासियत है कि इसका पौधा 10-15 फीट तक का लंबा हो जाता है. और लगभग 50 से 60 दिन में अपनी हाइट पर पहुंच जाता है. इसमें पत्तियां बहुत ज्यादा होती हैं. इस घास में हल्की की मिठास होती है जो गाय-भैंस को बहुत पसंद आती है. इसमें ग्लूकोज की मात्रा बहुत अच्छी होती है. गाय इसे बहुत चाव से खाती हैं. प्रोटीन कंटेंट बहुत अच्छा होता है.

खेती फायदे का सौदा
आगे बताया, इसकी गांठ एक बार खेत में लगा दीजिए तो 20 साल फुर्सत. बस लगाते समय 2 बाई दो के अंतर से गांठ लगाते जाएं. इसमें बहुत कम पानी की जरूरत होती है. गर्मी के समय में अगर इसे दो से तीन दिन में भी पानी दिया जाएगा तो भी यह जिंदा और सही हालात में रहते हैं. बाकी के दिनों में यह घास सदाबहार रहती है. इस लिहाज से हीरामणि घास की खेती जबरदस्त है. यह फायदे सौदा है. किसान इस घास को बेचकर भी मुनाफा कमा सकते हैं.

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