वैकल्पिक रास्ते के संबंध में एसडीएम बैरसिया आशुतोष शर्मा ने बैठक भी की थी।
भोपाल और राजगढ़ बॉर्डर पर पार्वती नदी के स्टॉप डैम के पास बना वैकल्पिक रास्ता भी पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। पांच महीने पहले 49 साल पुराना ब्रिज धंस गया था। तभी से वह बंद है। अब वैकल्पिक रास्ते को लेकर भी निर्णय ले लिया गया है। इसे लेकर बैरसिया एस
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इसके बाद मंगलवार को एसडीएम शर्मा ने आदेश जारी कर दिया। जिसमें वैकल्पिक रास्ता भी बंद करने की बात कही गई।
49 साल पुराने ब्रिज को इसलिए बंद कर दिया गया था…
राजगढ़ और भोपाल बार्डर पर पार्वती नदी पर बने इस ब्रिज को पांच महीने पहले बंद कर दिया गया था।

ब्रिज के सरिऐ तक बाहर झांकने लगे थे।

ब्रिज की ऐसी हो गई हालत।

ब्रिज कई जगहों से धंस गया था।
ब्रिज किनारे ही अफसरों ने की बैठक मानसून में वैकल्पिक रास्ते के बहने का डर है। इसे रेत, बोल्डर आदि का उपयोग करके बनाया गया था। मानसून के चलते कुछ दिन पहले एसडीएम समेत पीडब्लूडी ईई (सेतु) की बैठक हुई थी। जिसमें मौखिक रूप से जानकारी दी गई कि पार्वती नदी पर स्थित पुराबरायठा पुल कभी भी अपने आप ढह सकता है।
स्थानीय सरपंच एवं लोगों ने बताया कि पार्वती नदी की सहायक नदियों और नालों में पर्याप्त रूप से पानी भरा हुआ है। किसी भी रोज तेज बरसात होने पर नदी में अत्याधिक मात्रा में पानी आ जाएगा। ऐसी स्थिति में इस नदी में से होकर तैयार किया गया वैकल्पिक मार्ग जान-माल के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
कई बार आसपास के इलाकों में बारिश भी नहीं होती है, इसके बाद भी नदी उफान पर आ जाती है, क्योंकि सीहोर जिले में बरसात होती है तो नदी में पानी बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति में मौके पर निर्णय लिया गया कि पार्वती नदी पर बरायठा पुल के वैल्पिक मार्ग को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए।
इस रास्ते से गुजर सकेंगे वाहन बैरसिया क्षेत्र में नेशनल हाईवे से लेकर मेगरा-नवीन जोड़ तक सहज रूप से दिखने वाले स्थलों पर साइन बोर्ड लगाकर भोपाल-बैरसिया मार्ग बंद के होने की जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। साथ ही वैकल्पिक मार्ग सेमलापार, सीलखेड़ा, लखनवास, संवासी दूधियादीवान से नरसिंहगढ़ तक जाया जा सकेगा।