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MP BJP Chief : मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष पद की दौड़ अब समाप्त हो गई है. पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल ने सोमवार को भोपाल में अपना नामांकन दाखिल किया. खास बात यह रही कि उन्होंने अकेले ही पर्चा भरा, जिससे तय हो गया…और पढ़ें
मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद पर हेमंत खंडेलवाल के नाम की घोषणा होगी.
हाइलाइट्स
- हेमंत खंडेलवाल ने अकेले दाखिल किया नामांकन, किसी अन्य नेता ने दावा नहीं जताया.
- मंच पर सीएम, केंद्रीय मंत्री और संगठन के बड़े चेहरे दिखे एक सुर में समर्थन करते
- नामांकन से पहले ही तय हो चुका था खंडेलवाल का चयन, अब बस औपचारिक ऐलान बाकी.
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंच से साफ किया कि पार्टी में सभी वरिष्ठों की सहमति से खंडेलवाल को उम्मीदवार बनाया गया है और किसी अन्य नामांकन की संभावना नहीं है. यानी हेमंत खंडेलवाल का अध्यक्ष बनना तय है, केवल औपचारिक घोषणा शेष है. इस दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि “खंडेलवाल एक अनुभवी नेता हैं, संगठन में उनकी गहरी पकड़ है और वे सबको साथ लेकर चलने की क्षमता रखते हैं.” शिवराज सिंह चौहान और सिंधिया ने भी उनके नाम पर सहमति जताते हुए कहा कि यह चुनाव नहीं, संगठन की एकजुटता का उत्सव है.
बीजेपी सूत्रों की मानें तो हेमंत खंडेलवाल का चयन संगठनात्मक संतुलन साधने और पुराने कार्यकर्ताओं को नेतृत्व में स्थान देने के उद्देश्य से किया गया है. यह फैसला आगामी निकाय चुनावों और 2029 की तैयारी का हिस्सा भी माना जा रहा है. अब पार्टी राष्ट्रीय परिषद के सदस्य के लिए आगे की प्रक्रिया में जुट गई है. वहीं खंडेलवाल के समर्थकों में उत्साह का माहौल है और इसे नए युग की शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है.
हेमंत खंडेलवाल की सियासी विरासत और अनुभव
हेमंत खंडेलवाल एक मजबूत राजनीतिक पृष्ठभूमि से आते हैं. वे साल 2007 में बैतूल से लोकसभा उपचुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे. इसके बाद 2013 और 2023 में वे विधायक भी रह चुके हैं. उनके पिता विजय खंडेलवाल भाजपा के वरिष्ठ नेता थे, जिससे संगठन से उनका गहरा जुड़ाव रहा है. संगठनात्मक समझ और अनुभव ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद की दौड़ में मजबूत दावेदार बनाया.
शीर्ष स्तर से मिली हरी झंडी, संघ से भी नज़दीकी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेमंत खंडेलवाल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी सुरेश सोनी के करीबी माने जाते हैं. यही कारण रहा कि दिल्ली में हुई अंतिम दौर की चर्चा में सीएम मोहन यादव और सुरेश सोनी ने उनके नाम की पैरवी की. पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी उनके नाम पर सहमति जताई, जिससे उनके नाम पर पार्टी में आम सहमति बनी.
सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्थानों में सजग जिम्मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प…और पढ़ें
सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्थानों में सजग जिम्मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प… और पढ़ें