उज्जैन की 2 बेटियों की दहाड़! एक ने शतरंज में तो दूसरी ने कुश्ती में मारी बाजी

उज्जैन की 2 बेटियों की दहाड़! एक ने शतरंज में तो दूसरी ने कुश्ती में मारी बाजी


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Ujjain News: धार्मिक नगरी उज्जैन में दो बेटियों ने उज्जैन का गौरव बढ़ाया है. प्रियांशी ने एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है. वहीं दूसरी बिटिया चार्वी मेहता ने शतरंज में तीसरी बार गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया है. इससे उज्जैन शहर में खुशी की लहर है.

धार्मिक नगरी उज्जैन में कई ऐसे अनगिनत सितारे छुपे हैं, जो समय-समय पर बाहर आकर देश दुनिया पर अपने साथ छोड़ते हैं. ऐसे ही उज्जैन शहर की दो बेटियों ने कुछ ऐसा कर दिखाया जिसकी चर्चा हो रही है.

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एशियन खिलाड़ी चार्वी मेहता ने आंध्र प्रदेश में सम्पन्न 5वीं ऑल इंडिया फिडे रेटेड स्पेशियली एबल्ड चेस चैंपियनशिप के अंतिम दिन उलटफेर करते हुए अपने से अधिक रेटेड एवं तिगुनी आयु के अनुभवी खिलाड़ियों को शिकस्त देकर लगातार तीसरे वर्ष स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया है. यह जानकारी मध्य प्रदेश चेस एसोसिएशन के प्रदेश सचिव प्रकाश बंसकर एवं प्रमोद शुक्ला ने दी.

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हुए बताया कि विजयनगरम, आंध्र प्रदेश में संपन्न चैंपियनशिप में केन्द्रीय विद्यालय, उज्जैन में कक्षा दसवीं में अध्ययनरत चार्वी मेहता ने अंडर 19 एवं व्हील चेयर केटेगरी में स्वर्ण पदक प्राप्त किया. चार्वी ने इससे पूर्व भी तृतीय एवं चतुर्थ राष्ट्रीय चेस चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक प्राप्त कर प्रदेश को गौरवान्वित कर चुकी है. राष्ट्रीय खिलाड़ी जयेश खत्री से शतरंज की बारीकियों का प्रशिक्षण प्राप्त चार्वी वर्तमान में तकनीकी विशेषज्ञ अरबाज खान एवं वरिष्ठ प्रशिक्षकों से ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है. चार्वी की गौरवमई उपलब्धि पर उज्जयिनी शतरंज संघ के अध्यक्ष संदीप कुलश्रेष्ठ, सचिव महावीर जैन सहित विभिन्न खेल संगठन के पदाधिकारी व खिलाडियों ने बधाई देकर हर्ष व्यक्त किया है.

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उज्जैन शहर में दूसरा नाम बढ़ाने वाली बेटी प्रियांशी ने हाल ही में एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल किया. इस उपलब्धि पर पुरे शहर में जश्न का माहौल रहा. बधाई देने वालो का प्रियांशी के घर पर भीड़ देखने को मिली.

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मध्य प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, जिला प्रशासन, खेल विभाग सहित कुश्ती प्रेमियों ने बधाई दी. प्रियांशी के पिता मुकेश प्रजापति ने बताया, ’11 साल की उम्र में प्रियांशी ने कुश्ती करनी शुरू कर दी थी. प्रियांशी की बड़ी बहन नुपुर भी कुश्ती की राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी रही हैं. प्रियांशी ने कई र्स्पधाओं में मेडल हासिल किया है.

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प्रियांशी ने इस मुकाम को हासिल करने के लिए 13 साल की उम्र से ही तैयारी शुरू कर दी थी. अगर प्रियांशी की उपलब्धि की बात करें तो साल 2018 में जापान में खेली गई कुश्ती प्रतियोगित में अंडर 15 वर्ग में चौथा स्थान प्राप्त किया था. 2020 में सीनियर फेडरेशन कप पंजाब में गोल्ड मेडल जीता. साल 2022 में जूनियर वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप बुल्गारिया में तीसरा स्थान हासिल किया. 2023 में जूनियर जॉर्डन एशियाई चैंपियनशिप में तीसरा स्थान प्राप्त किया. 2025 में सीनियर एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप वियतनाम में गोल्ड पदक जीता.

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साल 2022 में जूनियर वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप बुल्गारिया में तीसरा स्थान हासिल किया. 2023 में जूनियर जॉर्डन एशियाई चैंपियनशिप में तीसरा स्थान प्राप्त किया. 2025 में सीनियर एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप वियतनाम में गोल्ड पदक जीता. 

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प्रियांशी अब आगामी 29 जुलाई 2025 को आयोजित होने वाली 53 किलो वर्ग में रैंकिंग सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप तुर्की में जाएंगी और दल का प्रतिनिधित्व करेंगी.

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