गलत सफाई से फट सकती है झिल्ली! मानसून में कान का रखें खास ख्याल, ये 4 घरेलू उपाय देंगे तुरंत आराम

गलत सफाई से फट सकती है झिल्ली! मानसून में कान का रखें खास ख्याल, ये 4 घरेलू उपाय देंगे तुरंत आराम


Ear Safety Tips. मानसून का मौसम जहां एक ओर सुकून लेकर आता है, वहीं दूसरी ओर यह कई स्वास्थ्य समस्याओं को भी जन्म देता है. इन्हीं में से एक समस्या है – कान में जमा होने वाला मैल या ईयर वैक्स, जो नमी के कारण फूल जाता है और दर्द, खुजली या कम सुनाई देने जैसी परेशानियों की वजह बनता है.

आमतौर पर ईयर वैक्स हमारे कान की सुरक्षा के लिए जरूरी होता है. यह एक प्राकृतिक रक्षक है, जो हमारे कान को धूल, गंदगी, बैक्टीरिया और यहां तक कि पानी से भी बचाता है, लेकिन जब यह जरूरत से ज्यादा जमा हो जाए या सूखकर कान में जम जाए, तब यह नुकसानदेह बन सकता है. विशेषकर बारिश के मौसम में जब वातावरण में नमी अधिक होती है, तो यह वैक्स फूलकर दिक्कतें पैदा करता है.

मानसून में कान से जुड़ी आम समस्याएं

-कान में खुजली या जलन
-सुनाई देने में कठिनाई
-कान में भरा-भरा सा महसूस होना
-सिर दर्द या हल्का चक्कर
-कान में सीटी जैसी आवाजें

इन लक्षणों की जड़ में अक्सर फूला हुआ या जमा हुआ ईयर वैक्स होता है. ऐसे में इसे निकालने के लिए समझदारी जरूरी है, क्योंकि कान एक बेहद संवेदनशील अंग है.

कान का मैल निकालने में न करें ये गलतियां
बहुत से लोग हेयरपिन, टूथपिक, माचिस की तीली, या कॉटन बड्स से कान की सफाई करने की कोशिश करते हैं. यह आदत खतरनाक साबित हो सकती है क्योंकि इससे वैक्स और गहराई में चला जाता है और कान की झिल्ली को नुकसान भी पहुंच सकता है. वहीं कुछ लोग बाहर घूमते ’कान साफ करने वालों’ से सफाई करवा लेते हैं, जिनके पास न उपकरण होते हैं न सफाई का ज्ञान – ऐसे में संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ जाता है.

कान का मैल निकालने के सुरक्षित और असरदार उपाय
1. ईयर ड्रॉप का उपयोग करें

बाजार में मिलने वाले मेडिकेटेड ईयर ड्रॉप्स काफी असरदार होते हैं. इन ड्रॉप्स को डॉक्टर की सलाह से लेने के बाद कान में कुछ बूंदें डालें. ये ड्रॉप्स सूखे हुए मैल को नरम कर देते हैं जिससे वह आसानी से बाहर आ जाता है. इसका इस्तेमाल एक से दो दिन तक करना पर्याप्त होता है.
2. ऑलिव ऑयल (जैतून का तेल) का प्रयोग करें

घर पर मौजूद जैतून का तेल एक बेहतरीन उपाय है. हल्का गुनगुना करके इसकी 2-3 बूंदें कान में डालें. इससे कान का सूखा मैल धीरे-धीरे नरम होकर खुद-ब-खुद बहकर बाहर आ जाता है. यह तरीका खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए भी सुरक्षित माना जाता है.
3. स्टीम थेरेपी

गर्म पानी से भाप लेना भी एक कारगर उपाय है. भाप लेने से नाक और कान की नमी बढ़ती है जिससे जमा हुआ वैक्स मुलायम होकर बाहर आ सकता है.

4. डॉक्टर से सलाह जरूर लें

अगर कान में दर्द, सूजन, बुखार या ज्यादा सुनाई न देना जैसी गंभीर समस्या हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. डॉक्टर विशेष उपकरणों से सुरक्षित रूप से कान की सफाई कर सकते हैं.

जरूरी सावधानियां
कान में कोई भी तेज या नुकीली चीज न डालें
बार-बार कान में उंगली डालना भी संक्रमण का कारण बन सकता है
कोई घरेलू नुस्खा आज़माने से पहले उसकी विश्वसनीयता जांचें
बच्चों के कान की सफाई डॉक्टर की सलाह से ही करें

कान की देखभाल भी उतनी ही जरूरी है जितनी शरीर के किसी और हिस्से की. विशेषकर बारिश के मौसम में जब वातावरण में बदलाव होते हैं, तब इस ओर अधिक सावधानी बरतनी चाहिए. ऊपर बताए गए उपाय सरल, सुरक्षित और घर में ही आज़माए जा सकते हैं. लेकिन यदि समस्या बनी रहे, तो लापरवाही न करें और किसी अच्छे ईएनटी विशेषज्ञ से सलाह लें. कान है तो सुनना है – और सुनना है तो उसकी सफाई सही ढंग से होनी चाहिए.



Source link