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Jabalpur News: वे लोग पाकिस्तान छोड़कर जबलपुर आए थे. उनका परिवार जबलपुर के गोरखपुर में बस गया. यहां उन्होंने मिठाइयों का अपना पुश्तैनी व्यापार शुरू किया. देखते ही देखते जबलपुर के लोगों की जुबान पर पिन्नी का जाद…और पढ़ें
सुमित आनंद ने लोकल 18 को बताया कि पिन्नी एक पंजाबी डिश है लेकिन हर कोई इसे खाना पसंद करता है. पहले रावलपिंडी की पिन्नी पाकिस्तानी बाजार में देखने को मिलती थी लेकिन अब यह पिन्नी एमपी के जबलपुर में भी खूब पसंद की जाती है. उन्होंने बताया कि उनकी दुकान की स्थापना 1928 में हुई थी, जब देश आजाद भी नहीं हुआ था. वे लोग लाहौर पाकिस्तान को छोड़कर जबलपुर आए थे. पूरा परिवार जबलपुर के गोरखपुर में बस गया. यहां उन्होंने अपना मिठाइयों का पुश्तैनी बिजनेस शुरू किया. देखते ही देखते जबलपुर के लोग पिन्नी को काफी पसंद करने लगे. तब से लेकर आज तक तीसरी पीढ़ी कारोबार संभाल रही है.