इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) इंदौर के नए सत्र (2025-26) में इस बार महिलाओं के एडमिशन अधिक हुए हैं। संस्थान के इतिहास में यह पहला मौका है जब फ्लैगशिप कोर्स पीजीपी (पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम) में पुरुष प्रतिभागियों की तुलना में लड़कियां ज्य
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इस कोर्स में 53.72 प्रतिशत छात्राएं और 46.28 प्रतिशत छात्र हैं। पीजीपी-एचआरएम (पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट) में तो 100 फीसदी एडमिशन लड़कियों के हुए हैं। यानी इस कोर्स में एक भी छात्र को एडमिशन नहीं मिला। खास बात यह है कि मंगलवार से शुरू हुए नए बैचेस में नॉन-इंजीनियरिंग बैकग्राउंड वाले प्रतिभागियों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है।
अब तक बीटेक और बीई डिग्रीधारी छात्रों की संख्या 50 प्रतिशत और इससे अधिक रहती थी। लेकिन इस बार पीजीपी में 54.6 प्रतिशत और पीजीपी-एचआरएम में 88.24 प्रतिशत प्रतिभागी गैर-इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से हैं। पीजीपी के नए बैच में इंजीनियरिंग/टेक्नोलॉजी बैकग्राउंड के 126, मैनेजमेंट के 65, कॉमर्स के 54, इकोनॉमिक्स के 42 और कंप्यूटर साइंस के 59 एडमिशन हुए। इनके साथ ही लॉ, फैशन, सायकोलॉजी, बायोलॉजी, लिटरेचर सहित अन्य विषयों के ग्रेजुएट्स के एडमिशन हुए हैं।