जब सोशल मीडिया छोड़ा तब निकला NEET, अब डॉक्टर बनेगी रचिता, कहा… तैयारी करने वाले न करें ये गलती

जब सोशल मीडिया छोड़ा तब निकला NEET, अब डॉक्टर बनेगी रचिता, कहा… तैयारी करने वाले न करें ये गलती


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NEET UG Result 2025 Rachita Gupta Success Story: छतरपुर के रचिता गुप्ता ने दूसरे में प्रयास में सफलता पाई है. इनके सफलता की कहानी में सोशल मीडिया से जुड़ी एक रोचक बात है, जानें..

हाइलाइट्स

  • रचिता गुप्ता ने नीट 2025 में 542 मार्क्स हासिल किए
  • रचिता ने कोटा में रहकर नीट की तैयारी की
  • रचिता इंदौर मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करेंगी
Chhatarpur News: छतरपुर की एक बेटी की कहानी प्रेरित करने वाली है. उसने अपने सपनों में मां-दादी के सपने को शामिल कर लिया, यानी उनके सपने को अपना मान लिया. दरअसल, नौगांव की रहने वाली रचिता गुप्ता ने नीट परीक्षा 2025 पास करके अपने परिवार का वो सपना पूरा किया है, जिसे सालों से वे सिर्फ सपनों में देखा करते थे.

542 मार्क्स लाकर पाई सफलता
रचिता को इस सपने को पूरा करने के लिए माता-पिता से दूर रहना पड़ा. हालांकि, रचिता इस परीक्षा में पहले असफल हुईं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. अपने दूसरे प्रयास में नीट परीक्षा में 542 मार्क्स हासिल कर सफलता पाई.

प्रारंभिक शिक्षा नौगांव में हुई
रचिता बताती हैं कि उन्होंने 8वीं तक की पढ़ाई नौगांव में रहकर पूरी की है. इसके बाद छतरपुर के महर्षि स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की.

2 साल कोटा में रहकर तैयारी की
रचिता बताती हैं कि जब वह कक्षा 12वीं में थीं, तो राजस्थान के कोटा में कोचिंग करने चली गई थीं. नीट परीक्षा के पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली. बहुत निराश हो गई थीं. ऐसा लग रहा था कि वे इस परीक्षा को पास नहीं कर पाएंगी. हालांकि, इस असफलता के पीछे उनका सोशल मीडिया में इनवाल्व होना था.

ड्रॉप लेकर की तैयारी
आगे बताया, एक बार फिर से कोटा तैयारी करने चली गई. मन में बहुत सारे सपने लेकर गई थी. रात में सोते समय यही दिखता था कि इस बार तो मम्मी और दादी का सपना पूरा करना है. उन्होंने इस बार पूरी तरह से सोशल मीडिया से दूरी बना ली. नीट के दूसरे प्रयास में उन्हें सफलता मिल ही गई. हालांकि, इस बार नीट 2025 का पेपर कठिन आया था, लेकिन पिछली बार से ज्यादा स्कोर किया. पिछले बार उन्हें 720 में से 497 मार्क्स मिले थे, जबकि इस बार 542 मार्क्स मिले हैं.

इंदौर या भोपाल कॉलेज मिलने की उम्मीद
रचिता बताती हैं कि इस बार का कट ऑफ हाई नहीं गया है, क्योंकि पेपर कठिन था. उन्हें उम्मीद है कि स्टेट कोटा से भोपाल का गांधी मेडिकल कॉलेज तो मिल ही जाएगा. इंदौर का महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज भी मिल सकता है. बता दें, रचिता के पिता एक सरकारी शिक्षक हैं, वहीं मां आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हैं.

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जब सोशल मीडिया छोड़ा तब निकला NEET, रचिता ने कहा… आप न करना ये गलती



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