जबलपुर के ग्वारीघाट क्षेत्र की अवधपुरी कॉलोनी में रविवार (29 जून) रात 21 वर्षीय युवती इशिता साहू ने अपनी ही बचपन की बेस्ट फ्रेंड श्रद्धा दास पर एसिड अटैक कर दिया, जिससे वह बुरी तरह झुलस गई। पुलिस के अनुसार, आरोपी युवती ने महज सुंदरता और करियर में सफल
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एसिड से झुलसी श्रद्धा दास की हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 307 (हत्या की कोशिश) और 326 (एसिड अटैक) का मामला दर्ज कर आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस अब फरार आरोपी अंश शर्मा की तलाश कर रही है। शहरवासी इशिता को इंदौर की सोनम से भी ज्यादा खतरनाक बता रहे हैं।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि पांच साल पहले दोनों सहेलियों के बीच छोटी सी अनबन हुई थी। जिसने ऐसी खौफनाक वारदात को जन्म दिया। उसने बताया कि बदला लेने के लिए उसने एसिड अटैक करने का फैसला लिया था। एसिड लेने के लिए इंटरनेट पर शॉप सर्च की और झूठ बोलकर तेजाब हासिल किया।
बचपन की दोस्ती, फिर गहरी दुश्मनी
22 वर्षीय श्रद्धा दास और इशिता साहू एक ही कॉलोनी में रहती थीं और अलग-अलग स्कूल में पढ़ते हुए भी दोनों में 10वीं तक गहरी दोस्ती थी। पांच साल पहले इशिता साहू का बॉयफ्रेंड के साथ वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। परिवार वालों ने डांट लगाई। समाज में बदनामी हुई, पढ़ाई छूटी और बॉयफ्रेंड से भी रिश्ता टूट गया। इशिता को शक था कि वीडियो वायरल करने में श्रद्धा का हाथ है। उसी समय से इशिता ने मन ही मन बदला लेने की ठान ली थी।
धीरे-धीरे बढ़ती गई जलन
इशिता अक्सर फोन करके बात करने बुलाती थी, पर श्रद्धा ने उसकी ओर ध्यान देना बंद कर दिया था। एक साल से बीतचीत पूरी तरह से बंद कर दी थी। वह मिलने घर भी आती थी, पर श्रद्धा मना कर देगी। समय के साथ श्रद्धा ने बीबीए और इशिता ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। श्रद्धा को हाल ही में पश्चिम बंगाल की एक नामी कंपनी से जॉब ऑफर मिला था, जिसके बारे में जानकर इशिता की जलन और गहरी हो गई। उसने तय कर लिया कि वह उसे उसकी सुंदरता और सफलता का सबक सिखाएगी।
फर्जी लेटरपैड बनवाकर खरीदा एसिड
इशिता ने सोच लिया था कि वह उसे इतना बदसूरत कर देगी कि जब वह अपने आपको आइना में देखे तो घबरा जाए। इशिता ने इंटरनेट पर एसिड कैसे खरीदा जाए, इसकी जानकारी निकाली और ज्ञान गंगा कॉलेज के नाम से एक नकली लेटरहैड तैयार कराया, जिसमें लिखा कि 300 एमएल एसिड की जरूरत है। 26 जून को शहर के सिविक सेंटर स्थित अनुप्राय इंटरप्राइजेस दुकान पहुंची। उसने दुकानदार को बताया कि इलेक्ट्रानिक विषय की स्टूडेंट है और प्रैक्टिकल के लिए एसिड चाहिए। दुकानदार ने कॉलेज के लेटरहैड पर प्रोफेसर से लिखवाकर लाने को कहा, तो उसने एक दोस्त अंश शर्मा को प्रोफेसर बनाकर दुकान संचालक से फोन पर बात भी करा दी और एसिड हासिल कर लिया।
आखिरी बार मिलने के बहाने बुलाया
29 जून की रात इशिता ने श्रद्धा को फोन कर कहा कि मुझे पता है कल तू जाॅब के लिए पश्चिम बंगाल जा रही है, जाने से पहले आखिरी बार मिलना चाहती हूं। श्रद्धा मान गई, तो थोड़ी देर बाद इशिता ने श्रद्धा के घर पहुंचकर आवाज लगाई। श्रद्धा कमरे से निकलकर गेट की तरफ आ रही थी तो मां ज्योत्सना भी पीछे आ गईं। श्रद्धा जैसे ही गेट के पास पहुंची इशिता ने यह कहते हुए उस पर एसिड फेंक दिया कि तेरे कारण मैं बदनाम हो गई है, तुझे सुंदरता का बहुत घमंड है।
100 एमएल तेजाब जैसे ही श्रद्धा के चेहरे में गया तो बहते हुए वह ऊपर से नीचे आ गया। अटैक करने के बाद आरोपी युवती घर की तरफ भाग गई। बुरी तरह श्रद्धा को झुलसा देखकर मां तुरंत ही बाथरुम में ले गई और पानी डाला। इस बीच पूरे मोहल्ले में घटना को लेकर हड़कंप मच गया। डॉक्टरों के मुताबिक, श्रद्धा करीब 50% जल चुकी है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
आरोपी की मां ने फेंक दिया बचा एसिड
इशिता के घर पहुंचने के बाद उसकी मां को पता चल गया और उसने बचा हुआ एसिड बाथरूम में फेंक दिया। सूचना मिलते ही ग्वारीघाट पुलिस मौके पर पहुंची और इशिता को गिरफ्तार कर लिया।
न पछतावा, न शर्मिंदगी
पूछताछ के दौरान इशिता ने कहा कि उसे इस वारदात का कोई पछतावा नहीं है। उसने पुलिस से पूछा कि क्या श्रद्धा मर जाएगी और उसे इसके लिए फांसी होगी? पुलिस अधिकारियों ने इसे देखकर कहा कि आरोपी युवती बेहद शातिर और ठंडे दिमाग से सोचने वाली है।
कई आरोपियों की तलाश जारी
एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि
इशिता साहू के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 307 (हत्या की कोशिश) और 326 (एसिड अटैक) के तहत मामला दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया है। अब फरार आरोपी अंश शर्मा की तलाश कर रही है, जिसने फर्जी प्रोफेसर बनकर फोन किया था। साथ ही एसिड देने वाले दुकानदार के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं।