ग्रामीणों ने खुद ही 50 हजार रुपए का चंदा एकट्ठा करके सड़क बनाई।
बैतूल ग्राम धौल के लोगों ने सालों से हो रही परेशानी से तंग आकर खुद ही सड़क बना डाली। जिम्मेदारों से उम्मीद टूटने के बाद ग्रामीणों ने आपस में चंदा इकट्ठा कर जेसीबी मंगवाई और 1 किलोमीटर लंबी सड़क तैयार कर दी। धौल ढाना से लापाझिरी तक 5 किमी का कच्चा रास
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ग्रामीणों ने पंचायत, जनपद सदस्य, विधायक और सांसद से कई बार सड़क बनवाने की मांग की, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। सभी नेता एक ही पार्टी से होने के बावजूद समस्या अनसुनी कर दी गई। इसके बाद ग्रामीणों ने यह सड़क बनाई।
रतन भलावी बोले ने कहा अब हम खुद करेंगे। कामरतन भलावी ने कहा कि जब कोई मदद को नहीं आया तो हमने खुद ही रास्ता चुना। आगे भी गांव के लोग मिलकर ही बाकी सड़क तैयार करेंगे।
ग्रामीणों ने खुद ही चंदा करके सड़क बना दी।
50 हजार चंदा जुटाया, फिर बनाई सड़क गांव के युवाओं और बुजुर्गों ने आपस में 50 हजार रुपये चंदा इकट्ठा किया। किराए की जेसीबी बुलाई और मुरम-बोल्डर डलवाकर 1 फीट ऊंची पक्की सड़क बना दी गई। ग्रामीणों का कहना है कि यह सिर्फ शुरुआत है। बाकी बची सड़क भी वे खुद ही मिलकर तैयार करेंगे।
इस काम में उपसरपंच आशाराम वरकडे, रतन भलावी, माडुसिंह, सिडुसिंह और अशोक वरकडे समेत कई ग्रामीणों ने मेहनत की।

5 किमी लंबे मार्ग में 1 किमी में पत्थर और मुरम डाली गई।

ग्रामीणों ने उसे एक समान किया।

इस सड़क निर्माण में सभी ग्रामीणों का सहयोग रहा।