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सागर के युवाओं ने कृषि के क्षेत्र में भी खूब कमाल किया है. किसी ने नौकरी छोड़कर तो किसी ने आईआईटी करने के बाद खेती को अपनाया. यहां तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सम्मानित कर चुके हैं. इसमें कोई 50 लाख तो कोई एक करोड़ तक की कमाई कर रहा है.
बुंदेलखंड के सागर से निकले लोग देश दुनिया में अलग-अलग क्षेत्र में नाम कमा रहे हैं, लेकिन यहां के किसान भी अपने इनोवेशन से देश दुनिया में डंका बज रहे. ऐसे ही सागर के किसानों की बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं जिनके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक सम्मानित कर चुके हैं.

सागर जिले में प्रगतिशील किसानों की बात करें तो आकाश चौरसिया सबसे आगे है जो पिछले 14 सालों से जैविक खेती कर रहे हैं और किसानों को हर महीने फ्री में प्रशिक्षण भी देते हैं. आकाश सऊदी अरब में भी प्रशिक्षण देने जा चुके हैं. इन्होंने मल्टी लेयर फार्मिंग का तरीका ईजाद किया था

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2018 में सम्मानित किया था. आकाश चौरसिया अब तक जैविक खेती और मल्टी लेयर फार्मिंग को लेकर 45000 किसानों को प्रशिक्षण दे चुके हैं, जिसमें 10000 रिक्वायर्ड आर्मी के जवान भी शामिल है.

एक और किसान आनंद जैन जिन्होंने आईआईटी की लेकिन इसके बाद खेती में मन राम गया. पिछले 30 साल से जैविक खेती कर रहे हैं साल 1999 में सफेद मूसली की खेती कर एक साल में ही एक करोड़ की कमाई कर चर्चाओं में आए थे.इस साल उन्होंने भारत का सबसे बड़ा एग्री बोलटाईक एक 16 एकड़ की जगह में लगाया है, जिसमें सोलर प्लेट्स के नीचे वह खेती कर रहे हैं.

सागर जिले के मालथौन तहसील के रजवास गांव में अंकित जैन ने एप्पल बेर की खेती शुरू की. वह 2015 में बेंगलुरु से नौकरी छोड़कर आई थी और ग्राफ्टिंग विधि से इसकी तैयारी की थी हर साल पर 2 लाख तक का मुनाफा कमा रहे हैं .उनके एप्पल बेर दिल्ली मुंबई हैदराबाद लाखनउ जैसी बड़ी शहरों में जाते हैं. जिसके बाद आस-पास के गांव के किसान भी अब उनसे सलाह लेने के लिए उनके पास जाते हैं और ग्राफ्टिंग करना सीख रहे हैं.

सागर देवरी के सुरेश चंद्र रावत पिछले 27 साल से लहसुन की खेती कर रहे. सागर में लहसुन किंग के नाम से जाना जाता है. इन्हें आज तक कभी इस खेती में नुकसान नहीं हुआ है हर साल लाखों के फायदे में ही रहते हैं. इस साल 7 एकड़ की लहसुन से 20 लाख का मुनाफा कमाया था.

केसली के धनीराम गुप्ता ने आमों का बगीचा लगाया जिसमें मोटी कमाई होने के बाद उन्होंने नींबू और वाला भी लगाया. तीन एकड़ की जगह में वह बगीचा लगाकर अच्छी कमाई कर रहे.

सागर जिले की रहली क्षेत्र में रहने वाले प्रशांत कुर्मी भी नवाचार के लिए जाने जाते हैं. इन्होंने आधा एकड़ में अश्वगंधा की खेती की जिसमें 96000 का मुनाफा मिला था. इस बार 6 एकड़ में इसकी खेती की. उन्हें देखकर गांव के 30 किसानों ने ढाई सौ एकड़ में अश्वगंधा लगाया और सभी को इसमें खूब मुनाफा हुआ है. प्रशांत को खुद करीब 6 एकड़ में 25 लाख का अश्वगंधा निकलने की उम्मीद है इसकी ग्रेडिंग चल रही है,