ज्योतिष शास्त्र में भी इस दिन के महत्व को विस्तार से बताया गया है. साथ ही यह भी बताया है कि गुरू पूर्णिमा के दिन कुछ उपायों को करने से व्यक्ति को गुरु दोष से मुक्ति प्राप्त होती है. आइए जानते हैं उज्जैन के आचार्य आनंद भारद्वाज से वह उपाय.
वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि आषाढ़ पूर्णिमा की शुरुआत 10 जुलाई रात 02 बजकर 43 मिनट पर हो रही है और समाप्ति अगले दिन यानी 11 जुलाई रात 01 बजकर 53 मिनट पर हो रही है. उदयातिथि के अनुसार 10 जुलाई को ही गुरु पूर्णिमा मनाई जाएगी.
गुरु पूर्णिमा पर जरूर करें यह उपाय
– गुरु दोष के दुष्प्रभाव से मुक्ति या प्रभाव को कम करने के लिए गुरु पूर्णिमा पर अपने पूजा घर में गुरु यंत्र की स्थापना करके पूजन करें. उसके बाद हर गुरुवार को विधिपूर्वक पूजा करें. इससे आपके जीवन में गुरु ग्रह का सकारात्मक प्रभाव बढ़ेगा, आपकी तरक्की होगी. कमजोर गुरु ग्रह मजबूत होगा.
– करियर में उन्नति पाना चाहते हैं, तो गुरु पूर्णिमा पर पीले वस्त्र, पीली दाल, केसर, घी, पीतल, पीले रंग की मिठाई आदि का दान कर सकते हैं.
– गुरु पूर्णिमा के दिन स्नान-दान का विशेष महत्व है. इसलिए इस विशेष दिन पर किसी जरूरतमंद व्यक्ति या ब्राह्मण को पीली दाल, पीले रंग का वस्त्र या इस रंग की मिठाई का दान करें. ऐसा करने से जीवन में कई सकारात्मक बदलाव आते हैं.