बैतूल जिला अस्पताल में भर्ती एक प्रसूता के परिजनों से 5 हजार रुपए की रिश्वत लेने के मामले ने विरोध किया गया। आदिवासी संगठन के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार शाम अस्पताल पहुंचकर जमकर नारेबाजी की। उन्होंने रिश्वत लेने वाली डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई, उसे हटाने
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अंधेर बावड़ी आठनेर निवासी जयदेव सेलुकर ने अपनी पत्नी संगीता को प्रसव के लिए 29 जून को जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। 1 जुलाई तक प्रसूति न होने के बाद उसे किसी नर्स ने कहा कि वह सीजर ऑपरेशन के लिए 5 हजार रुपए दे।
पीड़ित ने यह राशि ब्याज पर लेकर अपनी रिश्तेदार मानता बाई के हाथों दी। इसी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
आदिवासी संगठन के लोगों ने पहुंचकर अस्पताल में प्रदर्शन किया।
तीन घंटे प्रदर्शन और नारेबाजी आदिवासी संगठन से जुड़े करण यहां पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। आदिवासी संगठन के साथ पहुंचे करण शाम करीब पांच बजे पीड़ित महिला के परिजनों के साथ पहुंचे। यहां 3 घंटे तक, प्रदर्शन, नारेबाजी करते रहे। इस प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर पहले सीएस और सीएमएचओ पहुंचे लेकिन प्रदर्शनकारी कलेक्टर को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे।
एडीएम राजीव रंजन भी मौके पर पहुंचे लेकिन उनकी समझाइश का भी कोई असर नहीं हुआ।
इसके बाद बैतूल एसडीएम मकसूद अहमद ने आकर समझाइश दी। इस बीच खबर आई कि प्रसूति पश्चात वार्ड में भर्ती महिला के पास थोड़े देर पहले कोई अनजान महिला आकर 5 हजार रु लौटा गई। इस घटनाक्रम के बाद सीएस ने महिला डॉक्टर वंदना धाकड़ को प्रसूति वॉर्ड से हटाने के आदेश जारी कर इस पूरे घटनाक्रम के जांच के आदेश दिए है।