अमेजन में टेलीकॉलर की नौकरी लगवाने के नाम पर भोपाल सहित आसपास के युवाओं से ठगी करने वाले एक शातिर जालसाज को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान तलैया निवासी नबील सिद्दीकी के रूप में हुई है। नबील ने अब तक 80 से अधिक बेरोजगारों को अपने
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एडिशनल डीसीपी क्राइम शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि आरोपी नबील पहले अमेजन कंपनी की पुणे स्थित ब्रांच में टेलीकॉलर के रूप में काम कर चुका है। इस अनुभव का फायदा उठाकर वह भोपाल में अमेजन के नाम से फर्जी ई-मेल आईडी बनाकर बेरोजगार युवाओं को नौकरी का झांसा देता था। वह इसी ई-मेल आईडी से युवाओं को फर्जी जॉइनिंग लेटर भेजता था ताकि उस पर कोई शक न कर सके।
समूह में भर्ती का देता था झांसा पूछताछ में सामने आया है कि नबील लोगों को समूह (बैच) में नौकरी लगाने का झांसा देता था। पहले वह कहता कि कंपनी को 30 लोगों की जरूरत है, फिर संख्या बढ़ाकर 50 और फिर 100 कर देता था। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों से पैसे वसूले जा सकें। जांच अधिकारी भरत प्रजापति के अनुसार नबील ने शुरू में 30 लोगों का एक बैच तैयार किया और कहा कि अमेजन पुणे ऑफिस में इन्हें नियुक्त किया जाएगा। फिर कहा कि कंपनी को 50 लोगों की जरूरत है। नियुक्ति तभी होगी जब संख्या पूरी होगी। कई लोग फंसते चले गए।
जब युवाओं ने की पड़ताल, तब फूटा भांडा जैसे-जैसे नियुक्ति टलती रही, कुछ युवाओं को शक हुआ और उन्होंने अपने स्तर पर पड़ताल की। अमेजन से संपर्क किया तो पूरा मामला फर्जी निकला। इसके बाद क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई।
अकेला नहीं हो सकता नबील, सहयोगियों की भी हो रही तलाश
क्राइम ब्रांच को नबील की पिछले एक साल से तलाश थी। वह फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस यह भी पता लगा रही है कि वह इस ठगी में अकेला था या इसके पीछे कोई संगठित गिरोह काम कर रहा था। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि फरारी के दौरान वह कहां-कहां रहा और किन-किन लोगों से संपर्क में था।