खरगोन पुलिस ने नल-जल योजना से जुड़े पाइप चोरी के दो मामलों का खुलासा करते हुए मास्टरमाइंड ठेकेदार सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने चोरी गए 143 पाइप बरामद किए हैं, जिनकी कीमत करीब 27.48 लाख रुपए है। साथ ही चोरी में उपयोग की गई जेसीबी मश
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मामले का खुलासा करते हुए एसपी धर्मराज मीणा ने बताया कि 2 जुलाई को स्काईलॉक प्राइवेट कंपनी के डिप्टी मैनेजर मनप्रीत ने शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि नल-जल योजना के तहत जलखा रोड तितरानिया फाटा से 22 लाख रुपये के 123 पाइप चोरी हुए हैं।
इसी तरह, 24 जून को WPIL लिमिटेड कंपनी के असिस्टेंट मैनेजर बापूजी ने दूसरी शिकायत दर्ज कराई। उनके अनुसार, ग्राम टेमरनी में दुर्गेश नामदेव के खेत के पास से 5.48 लाख रुपए कीमत के 20 पाइप चोरी हुए थे। दोनों ही मामलों में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की गई थी।
पुलिस ने आरोपियों के पास से गाड़ी भी बरामद किया है।
बलकवाड़ा थाना प्रभारी रितेश यादव की टीम ने जांच में संभावित रास्तों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और पंकज पिता रामकिशोर परिहार, निवासी ग्राम पिपरोली गडिया, जिला इटावा (उत्तर प्रदेश) को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने चोरी की योजना कबूल की और बताया कि उसने चेतन गुर्जर (निवासी जयपुर) और मोरध्वज चौधरी (निवासी अलवर) के साथ मिलकर दोनों चोरियां की थीं।
तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि चोरी किए गए 91 पाइप उन्होंने जाम गेट के पास जंगल में और 52 पाइप भोपाल में शाहगंज फाटा ब्रिज के नीचे छिपा रखे थे। पुलिस ने इन जगहों से सभी पाइप बरामद कर लिए हैं।
पुलिस के अनुसार, आरोपी पंकज पर झांसी और भोपाल के विभिन्न थानों में पहले से कई मामले दर्ज हैं। उस पर बीएनएस की धाराओं 109(1), 132, 3(5), 324(2), 140(2), 61(2) आदि में प्रकरण दर्ज हैं। पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है।