डॉक्टर से लेकर मजदूर तक हुए भावुक।
ग्वालियर पुलिस ने बीते तीन महीनों में खोए या चोरी हुए 515 मोबाइल फोन बरामद कर उन्हें उनके असली मालिकों को सौंपा है। इन मोबाइल्स की कुल कीमत लगभग 1 करोड़ 15 लाख रुपए आंकी गई है।
.
यह काम क्राइम ब्रांच, साइबर सेल और जागरूक नागरिकों की मदद से संभव हुआ है। मोबाइल लौटने पर डॉक्टर, छात्र, गृहिणी, मजदूर, किसान, वकील और बीएसएफ जवान जैसे सैकड़ों लोगों के चेहरे पर खुशी देखने को मिली। कई ऐसे लोग भी थे जिन्होंने मोबाइल चोरी के बाद दूसरा फोन तक नहीं खरीदा था।
दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र तक मिले ग्वालियर के गुम मोबाइल
ग्वालियर से गुम हुए मोबाइल्स देश के विभिन्न राज्यों जैसे दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, गुजरात और उत्तर प्रदेश के शहरों में एक्टिव पाए गए। साइबर क्राइम सेल ने IMEI नंबर के आधार पर इन्हें ट्रेस कर पुलिस टीमों के जरिए वहां से बरामद किया।
IMEI नंबर की मदद से बरामद किए मोबाइल
पुलिस ने बताया कि ज्यादातर मोबाइल IMEI नंबर के आधार पर ट्रेस किए गए हैं। बरामद मोबाइल्स में Apple, Samsung, OnePlus, Vivo, Redmi, Oppo, Realme और Tecno जैसी नामी कंपनियों के फोन शामिल हैं।
फोन लौटने पर भावुक हो उठे लोग
मोबाइल वापस पाने वालों ने बताया कि चोरी या गुम होने के बाद उन्होंने दूसरा फोन नहीं खरीदा था। लेकिन जब महीनों बाद वही मोबाइल पुलिस से वापस मिला, तो वह क्षण उनके लिए बेहद भावुक और सुखद था।
जागरूक नागरिकों का हुआ सम्मान
मोबाइल गुम होने या लावारिस मिलने पर पुलिस को सूचना देने वाले जागरूक नागरिकों को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सम्मानित किया गया। पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समाज के लिए प्रेरणास्रोत बताया और धन्यवाद दिया।
एडिशनल एसपी कृष्ण लालचंदानी ने बताया कि ग्वालियर की क्राइम ब्रांच और साइबर सेल की टीमों ने बीते तीन महीनों में IMEI ट्रैकिंग के जरिए 515 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। सभी मोबाइल्स की पहचान कर थानों में बुलाकर मालिकों को सौंपा गया, जिनकी कुल अनुमानित कीमत 1.15 करोड़ रुपए है।