मध्य प्रदेश के सतना और उत्तर प्रदेश के कर्वी के बॉर्डर पर स्थित शबरी झरना जिसे तुलसी जल प्रपात के नाम से भी जाना जाता है, पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है. यह झरना श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट और बुंदेलखंड की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक माना जाता है. प्रसिद्ध मारकुंडी गांव से यह जगह 8 किलोमीटर दूर है. यहां घने जंगलों से निकलता हुआ पानी चट्टानों में बहते हुए आगे जाकर एक झरने का रूप ले लेता है, जहां पानी की तीन समांतर धाराएं 40 फीट की ऊंचाई से नीचे गिरती हैं, जो आगे जाकर एक 60 फीट चौड़े तालाब में तब्दील हो जाती हैं. तालाब का पानी फिर से आगे जाकर दो समांतर धाराओं में होते हुए 100 फीट गहराई पर एक जल निकाय में गिरता है और फिर जंगलों में छिप जाता है. इस दृश्य की अवर्णनीय सुंदरता आपको सम्मोहित कर देगी. इस जल प्रपात का धार्मिक महत्व भी है. यह रामपत गवन में शामिल है.