रतलाम में एक महिला नर्स ने रेप का आरोप लगाया है। आरोपी ने परिवार को जान से मारने धमकाया। 36 वर्षीय आउटसोर्स महिला नर्स शहर की एक क्लिनिक में काम करती है। आरोपी पूर्व में स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्स कर्मचारी रह चुका है। महिला ने स्टेशन रोड थाने में ए
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रिपोर्ट में बताया कि वह दीनदयाल नगर थाना क्षेत्र में रहती है। सपोर्ट स्टाफ नर्स के पद पर पदस्थ है। कोविड की ड्यूटी के समय से अजहर खान को पहचानती है। अजहर कोविड के समय क्लिनिक पर आता जाता रहता था। अजहर से दो तीन माह पूर्व से मोबाइल पर मेरी बात होती थी।
थाना स्टेशन रोड पर रेप का केस दर्ज किया।
कमरे में ले जाकर जबरदस्ती 29 जून 25 को मैं घर जा रही थी। तभी अजहर क्लिनिक पर आया। मुझे बोलने लगा की मुझे बात करनी है। मुझे अंदर वाले कमरे में लेकर गया। कहने लगा मैं तुम से प्यार करता हूं। मेरे साथ जबरदस्ती करने लगा। धमकी देने लगा कि यह सारी बाते तेरे पति को बता दूंगा। इससे में डर गई फिर अजहर ने मेरे साथ गलत काम किया।
थोडी देर बात मेरे स्टॉफ के सर लोग आ गए। मैने अजहर की डर से मेरे पति को सारी बात नहीं बताई है।
रात को महिला पति के साथ थाने पहुंची और रिपोर्ट कराई। थाना स्टेशन रोड पुलिस ने आरोपी अजहर पिता अफजल खान निवासी नाहरपुरा रतलाम के खिलाफ धारा 64 व 351(1) के तहत केस दर्ज किया। आरोपी अजहर अविवाहित है।

संदिग्ध अवस्था में पकड़ाए थे 29 जून की शाम करीब 4 बजे ऊंकाला रोड स्थित एक क्लिनिक पर स्वास्थ्य विभाग की टीम मीटिंग करने पहुंची थी। क्लिनिक के बाहर ताला लगा था। गड़बड़ी की आशंका पर टीम ने स्टेशन रोड थाने पर सूचना दी। मौके पर पुलिस आई। ताला खुलवाया।
अंदर से स्वास्थ्य विभाग की आउटसोर्स पर रखी महिला कर्मचारी व आरोपी अजहर पिता अफजल खान को संदिग्ध अवस्था में पकड़ा था। पुलिस ने उस समय अजहर के खिलाफ बीएनएस की धारा 170 में केस दर्ज कर एसडीएम कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जमानत मिल गई थी। अब महिला ने पति के साथ पहुंचकर थाने में रेप का केस दर्ज करवाया।
क्लिनिक पर गैर हाजिर मिले डॉक्टर्स और नर्स जिस दिन टीम पहुंची थी उस दिन क्लिनिक से ड्यूटी डॉक्टर्स और नर्स नदारत मिले थे। यहां तक बाहर से ताला लगाने को लेकर भी कोई सामने नहीं आया था। चाबी भी दो लड़के देकर भाग गए थे।
बेटियों को मारने की धमकी आरोपी के खिलाफ महिला के पति ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट में बताया करीब 5-6 दिन पहले पत्नी को किसी ने अजहर के साथ बातचीत करते हुए देखा था। अजहर को समझाया था लेकिन वह नहीं माना। 3 जुलाई की दोपहर 3.30 बजे अजहर डीआरएम आफिस के बाहर मिला।
उसको रोककर बात करना चाही तो वह तो अपनी स्कूटी लेकर तेजी से भागा। आगे जाकर गिर गया। मुझे देखकर गालियां देने लगा। उसे गाली देने से रोका तो उसने कहां तुझे और तुम्हारी दोनों बच्चियों को जान से खत्म कर दूंगा।