56 साल की उम्र तक जन शिक्षक रहने दिया जाए: टीचर्स की रिटायरमेंट उम्र 65 साल हो; मांगों को लेकर छिंदवाड़ा कलेक्टर को ज्ञापन दिया – Chhindwara News

56 साल की उम्र तक जन शिक्षक रहने दिया जाए:  टीचर्स की रिटायरमेंट उम्र 65 साल हो; मांगों को लेकर छिंदवाड़ा कलेक्टर को ज्ञापन दिया – Chhindwara News



राज्य शिक्षक संघ के पदाधिकारी और सदस्य इन सभी मांगों को लेकर एकत्रित हुए और आगे की रणनीति तय की। 

राज्य शिक्षक संघ ने आवाहन पर शुक्रवार को छिंदवाड़ा में शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं को लेकर आयुक्त, लोक शिक्षण संचालनालय को पत्र सौंपा गया। छिंदवाड़ा में भी संघ के पदाधिकारी एकत्रित हुए और इस पर रणनीति बनाई। संघ के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष संजय सिन्हा न

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सिन्हा ने बताया कि पहली मांग यह है कि “प्रति नियुक्ति पर कार्यरत जन शिक्षकों” के लिए आयु सीमा बढ़ाकर 56 वर्ष की जाए, ताकि वे सेवा में बने रह सकें और शिक्षा व्यवस्था को मजबूती दे सकें। दूसरी मांग के तहत शासकीय शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु 62 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष करने की बात कही गई है, ताकि उनके अनुभव का लाभ विद्यार्थियों और नव नियुक्त शिक्षकों को मिल सके।

तीसरी अहम मांग अतिथि शिक्षकों से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि जिन अतिथि शिक्षकों की सेवा अवधि 12 वर्ष से अधिक हो चुकी है, उनके लिए स्थायी समाधान की दिशा में कदम उठाए जाएं। साथ ही, हाल ही में जिन विद्यालयों में नियमित शिक्षकों की पदस्थापना हुई है, वहां कार्यरत अतिथि शिक्षकों को अन्य विद्यालयों में समायोजित करने की उचित व्यवस्था की जाए। संजय सिन्हा ने कहा कि सरकार ने 9 वर्षों बाद पदोन्नति की प्रक्रिया प्रारंभ की है, जो सराहनीय है। लेकिन पूर्व में जो शिक्षक या प्राचार्य पदोन्नति से वंचित रह गए हैं, उनके कार्य अनुभव को देखते हुए सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाई जाए, जिससे उन्हें पदोन्नति का अवसर भी मिल सके।

उन्होंने कहा कि 31 जुलाई को कई शिक्षकों और प्राचार्यों का सेवाकाल समाप्त हो रहा है, ऐसे में यदि मुख्यमंत्री समय रहते कोई निर्णय लेते हैं, तो इन अनुभवी शिक्षकों को शिक्षा व्यवस्था में बनाए रखा जा सकेगा और नव नियुक्त शिक्षकों को उनके अनुभव का लाभ भी मिल सकेगा। राज्य शिक्षक संघ के पदाधिकारी और सदस्य इन सभी मांगों को लेकर एकत्रित हुए और आगे की रणनीति तय की।



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