IPS Story: IIT से किया B.Tech, M.Tech, लंदन में पाई नौकरी, लाखों का पैकेज छोड़ बने आईपीएस

IPS Story: IIT से किया B.Tech, M.Tech, लंदन में पाई नौकरी, लाखों का पैकेज छोड़ बने आईपीएस


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IPS Story, IIT Student, Success Story: ये कहानी एक ऐसे शख्‍स की है, जिन्‍होंने केद्रीय विद्यालय (KV) से पढ़ाई की, फ‍िर आईआईटी (IIT) से ग्रेजुएशन किया. उसके बाद लंदन में शानदार नौकरी पाई, लेकिन रास नहीं आया, तो …और पढ़ें

IPS Ki Kahani, IPS Officer, UPSC, Saharanpur SP: सहारनपुर एसपी आशीष तिवारी की कहानी.

हाइलाइट्स

  • IPS आशीष तिवारी ने KV, IIT से पढ़ाई की.
  • लंदन, जापान में नौकरी की.
  • 2012 में यूपीएससी की परीक्षा पास की.
IPS Story, IIT Student, Success Story: यह कहानी है सहारनपुर के नए SSP आशीष तिवारी की.आशीष ने लंदन और जापान में करोड़ों की सैलरी वाली जॉब ठुकराकर IPS बनने का फैसला किया और अब वह सहारनपुर में पुलिस के मुखिया हैं.उनकी जनसुनवाई में फरियादियों के लिए कुर्सियों की व्यवस्था ने खूब वाहवाही बटोरी है.जिसके बाद वह चर्चा में है.

Who is IPS Ashish Tiwari: होशंगाबाद के रहने वाले हैं आशीष

आशीष तिवारी का जन्म 26 अगस्त 1983 को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ.उनके पिता कैलाश नारायण तिवारी रेलवे में इंजीनियर थे. आशीष ने अपनी स्कूली पढ़ाई होशंगाबाद के केंद्रीय विद्यालय (KV) से पूरी की, जहां वह शुरू से ही मेधावी छात्र रहे. इसके बाद उन्होंने IIT कानपुर में दाखिला लिया और वहां से कंप्यूटर साइंस में बीटेक और एमटेक की डिग्री हासिल की.

IPS Ashish Tiwari Profile: लंदन-जापान से IPS तक का फैसला

पढ़ाई पूरी करने के बाद आशीष को लंदन की मशहूर कंपनी लेहमैन ब्रदर्स में इन्वेस्टमेंट बैंकर की जॉब मिली, जहां उन्हें लाखों का पैकेज मिला. तीन साल बाद वह बेहतर अवसर की तलाश में जापान चले गए और नोमुरा बैंक में एक्सपर्ट एनालिस्ट के तौर पर काम करने लगे,लेकिन इन शानदार मौकों के बावजूद उनका मन यहां लगा नहीं. साल 2010 में वह भारत लौट आए और यूपीएससी की तैयारी शुरू की.

UPSC Success Story: पहले प्रयास में बने IRS

पहले प्रयास में उन्हें राजस्व सेवा (IRS) में 330वीं रैंक मिली, लेकिन संतुष्टि नहीं मिली.अगले साल उन्होंने दोबारा मेहनत की और 2012 में 219वीं रैंक के साथ IPS बने.आशीष को यूपी कैडर (IPS-RR 2012) अलॉट हुआ. 3 सितंबर 2012 को उनकी भर्ती हुई और 6 दिसंबर 2015 को कन्फर्मेशन मिला.

IPS Story: मिले चुके हैं कई मेडल

आशीष तिवारी को उनकी सेवा के लिए 26 जनवरी 2018 को डीजी कमेंडेशन डिस्क सिल्वर, 26 जनवरी 2020 को गोल्ड, और 26 जनवरी 2022 को प्लेटिनम अवॉर्ड मिल चुके हैं. 1 जनवरी 2016 को उन्हें सीनियर स्केल और 1 जनवरी 2025 को सिलेक्शन ग्रेड मिला.वह कई जिलों में सेवाएं दे चुके हैं और हाल तक लखनऊ में CID के SP थे.

Saharanpur SP: एसपी बनने के बाद आए चर्चा में

29 जून 2025 को उन्हें सहारनपुर का SSP नियुक्त किया गया. उनकी मौजूदा पोस्टिंग तारीख 29 जून 2025 से शुरू हुई है.सहारनपुर में SSP बनते ही आशीष ने जनसुनवाई में बदलाव लाकर सुर्खियां बटोरीं. फरियादियों को अपनी समस्या बताने में आसानी हो, इसके लिए उन्होंने अपनी टेबल के सामने कुर्सियां लगवाईं. इस कदम से लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं और पुलिस के प्रति भरोसा बढ़ रहा है.

स्टूडेंट्स के लिए सीख

आशीष की कहानी बताती है कि पैसों की चकाचौंध छोड़कर अपने सपनों के पीछे चलने से सफलता मिलती है.KV और IIT से पढ़ाई कर वह आज IPS बने हैं.अगर आप भी कुछ बड़ा करना चाहते हैं तो मेहनत और हिम्मत से आगे बढ़ें.

Dhiraj Raiअसिस्टेंट एडिटर

न्यूज़18 हिंदी (Network 18) डिजिटल में असिस्टेंट एडिटर के तौर पर कार्यरत. करीब 13 वर्ष से अधिक समय से मीडिया में सक्रिय. हिन्दुस्तान, दैनिक भास्कर के प्रिंट व डिजिटल संस्करण के अलावा कई अन्य संस्थानों में कार्य…और पढ़ें

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